छतरपुर ।। मध्य प्रदेश के बुंदेलखण्ड में मजदूरों का शोषण कोई नई बात नहीं है, लेकिन अब तो यहां जानवरों के काम भी आदमी से कराए जाने लगे हैं। छतरपुर में खेतों की जुताई के लिए हल में बैल की जगह आदमी को जोतने का सनसनी खेज मामला सामने आया है।
मजदूरों से हल चलावाने वाले जलसंसाधन विभाग के उपयंत्री (सब इंजीनियर)को निलम्बित कर दिया गया है।
छतरपुर जिले की बरियारपुर नहर परियोजना में कार्यरत उपयंत्री आर.पी. शर्मा का राजनगर में सरकारी आवास है। उन्होंने अपने इस आवास के पीछे खाली पड़ी जमीन पर खेती की योजना बनाई। इस जमीन पर खेती के लिए हल से जुताई होनी थी। बैल न मिलने पर हल चलाने का जिम्मा तीन मजदूरों के सुपुर्द कर दिया गया। हल के अगले हिस्से को दो मजदूरों ने खींचा जबकि एक पीछे था।
हल चलाने वाले मजदूर अशोक रैकवार, तुलसी व एक अन्य दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी हैं। इनका आरोप है कि उपयंत्री लगातार उनसे खेत में हल चलवाते आ रहे हैं। ऐसा न करने पर उन्हें वेतन न दिए जाने की धमकी मिलती है, लिहाजा उन्हें न चाहते हुए भी हल में बैलों की जगह काम करना पड़ा।
खेत जुताई के काम में हल में बैल की जगह मजदूरों को जोते जाने का मामला सामने आने पर बरियारपुर परियोजना के कार्यपालन यंत्री एस.के. श्रीवास्तव ने उपयंत्री शर्मा को निलम्बित कर दिया है।