वाशिंगटन ।। अमेरिकी चिकित्सकों द्वारा 1940 के दशक में ग्वाटेमाला के 1,000 से अधिक नागरिकों में सिफलिस और सूजाक रोगों के संक्रमण के लिए किए गए चिकित्सकीय प्रयोगों के कारण उनमें से 83 व्यक्तियों की मौत हो गई थी। यह जानकारी राष्ट्रपति द्वारा गठित एक जांच समिति ने सोमवार को जाहिर की है।
समाचार एजेंसी ईएफई के अनुसार, ग्वाटेमाला में 1946-48 में अमेरिकी जन स्वास्थ्य सेवा द्वारा किए गए एसटीडी अनुसंधान में अनाचार के बारे में पिछले वर्ष खुलासा हुआ था। उसके बाद इस मामले की जांच शुरू हुई थी।
जैव नैतिकता के मुद्दों पर अध्ययन करने वाले राष्ट्रपति आयोग की एक समिति ने ग्वाटेमाला में हुए प्रयोगों पर अपने निष्कर्षो पर चर्चा के लिए एक सार्वजनिक बैठक बुलाई है।
समिति के सदस्य स्टीफन हौजर ने सोमवार को कहा कि 1,300 से अधिक लोगों को जानबूझकर एसटीडी की चपेट में लाया गया था। उन्होंने कहा, “हम मानते हैं कि 83 लोगों की मौत हुई थी।”