कोलकाता ।। दुर्गापूजा के दौरान कोलकाता में लगने वाले पंडालों में इस बार जर्मनी से लेकर कश्मीर तक की यात्रा होगी। साथ ही ग्रहों, अंतरिक्ष और यहां तक कि आकाशगंगा के भी दर्शन होंगे। ऐसे पंडालों के लिए आयोजक लाखों रुपये खर्च कर रहे हैं।
दुर्गापूजा दो अक्टूबर से शुरू हो रही है। पुलिस के अनुसार, इस साल करीब 2,500 स्थानों पर पूजा होगी। इस दौरान आयोजक भव्य पंडाल बनाने की तैयारियों में जुटे हैं। दक्षिणी कोलकाता स्थित एकदालिया एवरग्रीन क्लब अपने पंडाल के जरिये जर्मनी की झलक दिखाने की तैयारी कर रहा है, जिसके लिए 40 लाख का बजट है। इस क्लब के अध्यक्ष सुब्रत मुखर्जी हैं, जो राज्य सरकार में मंत्री हैं।
तृणमूल नेता और विधायक अरूप विश्वास भी न्यू अलीपुर में सुरुचि पूजा संघ का आयोजन करते हैं। उनके पंडाल का विषय इस बार हरियाली है, जिसकी तारीफ अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी की है। उनके पंडाल का बजट 15 लाख रुपये है, जिसमें कश्मीर से लेकर जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दे को दिखाया जाएगा।
दक्षिणी कोलकाता के मुदियाली पूजा समिति के आयोजकों ने अपने पंडाल के जरिये बिजली के तारों का इस्तेमाल करते हुए मानव मस्तिष्क के नकारात्मक पक्ष को उजागर करने की तैयारी की है। उनका बजट पांच लाख रुपये का है। पंडाल के भीतर जेमिनी रॉय की तारों से बनी पेंटिंग लगाई जाएगी।
कस्बा रथटाला में लगने वाले पंडाल से लोगों को ब्रह्मांड की जानकारी मिलेगी। इस पर आठ लाख रुपये खर्च होंगे और इसमें मां दुर्गा को ब्रह्मांड की जननी बताते हुए ब्रह्मांड के निर्माण के बारे में अधिक से अधिक जानकारी होगी।
उत्तर-पूर्वी कोलकाता में श्रीभूमि स्पोर्टिग के पंडाल में खगोलीय यात्रा के दर्शन होंगे। पंडाल का बाहरी दृश्य ग्रहों की तरह दिखेगा, जबकि अंदर आकाशगंगा के दर्शन होंगे। उत्तरी कोलकाता के अहीरटोला में भी इसी अवधारणा पर आधारित एक पंडाल लगाया गया है, जिसमें महिषासुर को मारने के लिए मां दुर्गा को अंतरिक्ष से उतरते दिखाया गया है।
मध्य कोलकाता के मोहम्मद अली पार्क में लगने वाले एक पंडाल में महिला सशक्तीकरण को ध्यान में रखा गया है। इस पर आठ लाख रुपये का खर्च आ रहा है। आयोजकों ने इसे राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को समर्पित किया है।
[अनुराग डे]