फिल्म – ‘लंका’
निर्देशक – मकबूल खान
मुख्य कलाकार- मनोज बाजपेयी, अर्जन बाजवा, टीया बाजपेयी, यशपाल शर्मा, यतिन कर्येकर और मनीष चौधरी
निर्माता- विक्रम भट्ट
कहानी – फिल्म ‘लंका’ की कहानी में दिखाया गया है कि भाई साहब (मनोज वाजपेयी) बिजनौर शहर के जाने – माने शक्तिशाली आदमी है। वह इतने क्रूर हैं, जिसकी कोई सीमा नहीं है| इस बार उनकी क्रूरता की शिकार होती है अंजू (टीया बाजपेयी) जो पेशे से एक डॉक्टर है। एक पढ़े लिखे परिवार व डॉक्टर पिता (यतिन कर्येकर) की संतान होने के बावजूद भी वह भाई साहब की रखैल बन जाती है। अंजू अर्जन बाजवा से मिलने के पहले तक सारी उम्मीदें खो चुकी होती है। अचानक उसकी जिंदगी में भाई साहब के तथाकथित भाई के रूप में अर्जन की इंट्री होती है। धीरे-धीरे अर्जन का अपने मेंटर भाई साहब से फासला बढ़ता जाता है और अंजू के लिए उसके दिल में जगह बन जाती है। इसके बाद अर्जन का अपने भाई साहब व अंजू के लिए क्या रवैया होता है यही इस फिल्म में दिखाया गया है।
अभिनय – हमेशा की तरह इस बार भी मनोज वाजपेयी की एक्टिंग काफी सही रही है। अर्जन बाजवा ने मनोज के सामने भी अच्छी डायलॉग डिलीवरी व जोरदार परफॉर्मेंस दी है।
निर्देशन – बॉलिवुड निर्देशक मकबूल खान की फिल्म ‘लंका’ की कहानी संबंधों की जटिलताओं को दिखाती है। फिल्म की कहानी अच्छी है लेकिन कुछ जगह कमियां साफ़ नज़र आती है।
हमारी राय – फिल्म में कोई खास गाने नहीं हैं, न कोई ऐसी वजह है जो दर्शकों को लम्बे समय तक बांधे रख पायें। फिल्म को एक से ज्यादा बार देखने का भी कोई करण नहीं दिखाई देता।
[ कुलवीर]