मुम्बई ।। मुम्बई में पहली बार विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के तीन दिवसीय भारत आर्थिक सम्मेलन का शनिवार से आयोजन किया जा रहा है। यह जानकारी विश्व आर्थिक मंच और इसके भारतीय साझेदार भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के अधिकारियों ने गुरुवार को दी। सीआईआई के एक अधिकारी ने कहा कि सम्मेलन का मुख्य विषय है ‘नेतृत्व को जीविका के साथ जोड़ना’ और इसमें 40 देशों के 800 से अधिक प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।

विश्व आर्थिक मंच के वरिष्ठ निदेशक और एशिया प्रमुख सुशांत पालाकुर्थी राव ने कहा कि इस साल मुम्बई आना चर्चा को केंद्र से राज्य की ओर ले जाने जैसा है।

सम्मेलन से पूर्व इसका स्वागत करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने एक बयान जारी कर कहा, “महाराष्ट्र तेज औद्योगिक और सामाजिक आर्थिक विकास के चरण में पहुंच चुका है। इस तरह इसने देश के सामने एक मानक खड़ा किया है। हम नेताओं को बेशुमार अवसर वाले इस राज्य में आमंत्रित कर गौरव का अनुभव करते हैं।”

योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया, केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री आनंद शर्मा, संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्बल, उनके सहयोगी मंत्री सचिन पायलट, भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष नितिन गडकड़ी और लोक सूचना, आधारभूत संरचना तथा नवाचार मामले में प्रधानमंत्री के सलाहकार सैम पित्रोदा के इस सम्मेलन में हिस्सा लेने का कार्यक्रम तय है।

सम्मेलन में केरल, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ओमन चांडी, शिवराज सिंह चौहान और एन. किरण कुमार रेड्डी भी हिस्सा लेंगे।

ब्रिटेन के जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री ग्रेगरी बार्कर, सिंगापुर के पर्यावरण और जल संसाधन मंत्री विवियन बालाकृष्णन, तंजानिया के उद्योग और व्यापार मंत्री साइरिल चामी, न्यू साउथ वेल्स (आस्ट्रेलिया) के प्रधानमंत्री बेरी ओ फैरेल और ब्रिटिश कोलम्बिया (कनाडा) के प्रधानमंत्री क्रिस्टी क्लार्क भी इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।

इसके अलावा अमेरिका के विज्ञान और प्रौद्योगिकी नीति कार्यालय के प्रमुख अनीश चोपड़ा, एशियाई विकास बैंक के प्रबंध महानिदेशक रजत एम. नाग और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के एशिया प्रशांत विभाग के निदेशक अनूप सिंह भी इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।

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