नई दिल्ली ।। पिछले माह की 22 तारीख को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान खाद्यान्न महंगाई की दर बढ़कर 12.21 फीसदी हो गई। इससे पहले के सप्ताह में यह 11.43 फीसदी थी।
पिछले सप्ताह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा प्रमुख दरों में वृद्धि के बावजूद खाद्यान्न महंगाई दर का बढ़ना चिंता का विषय है। रिजर्व बैंक और केंद्र सरकार हालांकि लगातार कह रही है कि दिसम्बर से महंगाई दर में कमी आएगी।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की ओर से गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक मछली, मांस और अंडे की कीमतों में वृद्धि के कारण महंगाई दर बढ़ी है। मूंग, मसूर, उड़द और फल एवं सब्जियों की महंगाई में हालांकि थोड़ी कमी आई है।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान प्राथमिक वस्तुओं के सूचकांक में 12.08 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। पिछले सप्ताह इसमें 11.75 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई थी। ईंधन और बिजली सूचकांक में हालांकि मामूली कमी के साथ 14.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान गैर खाद्य वस्तुओं के सूचकांक में भी कमी आई। यह समीक्षाधीन अवधि के पहले के सप्ताह के 7.67 फीसदी से घटकर यह 6.43 फीसदी पर आ गई।
जनवरी 2010 के बाद से ही मुद्रास्फीति की दर दहाई अंक के करीब बनी हुई थी। थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मासिक मुद्रास्फीति की दर सितम्बर में 9.72 फीसदी रिकार्ड की गई।
पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में समीक्षाधीन अवधि में प्रमुख वस्तुओं के दामों में निम्नलिखित उतार-चढ़ाव देखा गया।
प्याज : (-) 20.33 फीसदी
सब्जियां : 28.89 फीसदी
फल : 11.63 फीसदी
आलू : 0.98 फीसदी
अंडे, मांस व मछली : 13.36 फीसदी
मोटे अनाज : 4.13 फीसदी
चावल : 4.21 फीसदी
गेहूं : (-) 1.54 फीसदी
दालें : 11.65 फीसदी