नई दिल्ली ।। देश के सबसे बड़े उद्योगपतियों में गिने जाने वाले  उद्योगपति अनिल अंबानी ने कहा है कि उनकी कंपनी रिलायंस कैपिटल बैंकिंग क्षेत्र में उतरने की सभी संभावनाएं तलाशेगी। कंपनी की बैंकिंग इकाई का नाम रिलायंस बैंक हो सकता है। मंगलवार को रिलायंस कैपिटल के शेयरधारकों को संबोधित करते अंबानी ने यह बात कही। बोनस शेयर और विशेष लाभांश जारी किए जाने की संभावना पर उन्होंने कहा कि वह इन प्रस्तावों को कंपनी के निदेशक मंडल के पास रखेंगे।

कंपनी की सालाना आम सभा को संबोधित करते हुए अंबानी ने कहा कि अभी तक ज्यादातर विकास सामान्य कारोबारी तरीके से हासिल किया गया है। भविष्य में विलय एवं अधिग्रहण की संभावना का संकेत देते हुए उन्होंने कहा, हमारी रणनीति अब सभी कारोबारों की ताकत बढ़ाना है जिससे हमारे 13 लाख शेयरधारक लाभान्वित हो सकें।

इस साल की शुरुआत में रिलायंस कैपिटल ने रिलायंस लाइफ इंश्योरेंस में 26 प्रतिशत हिस्सेदारी 3,000 करोड़ रुपये में बेचने के लिए जापान की निप्पन लाइफ के साथ एक समझौता किया था। हाल ही में रिलायंस कैपिटल ने गठबंधन की संभावनाएं तलाशने के लिए भी निप्पन लाइफ के साथ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर है। एक बैंक स्थापित करने की समूह की इच्छा दोहराते हुए अंबानी ने कहा कि बैंकिंग विकास का एक नया अवसर प्रदान करेगा और कंपनी इस क्षेत्र में प्रवेश करने की संभावनाएं तलाशेगी। 

उन्होंने कहा कि कंपनी हर नियामकीय घटनाक्रम पर नजर रखे हुए है। कंपनी की योजना परिसंपत्ति प्रबंधन कारोबार को अन्य उभरते बाजारों में ले जाने की है और वह धन प्रबंधन एवं निजी इक्विटी कारोबार का विस्तार करने की संभावना तलाशेगी। उन्होंने कहा कि रिलायंस कैपिटल देश की सबसे बड़ी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी बन गई है जिसका नेटवर्थ करीब 8,000 करोड़ रुपए है और इसके दो करोड़ से अधिक ग्राहक हैं। उनके मुताबिक, वित्तीय क्षेत्र में देर से कदम रखने के बावजूद रिलायंस कैपिटल सभी प्रमुख कारोबारों में अग्रणी स्थिति हासिल कर चुकी है

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