नई दिल्ली ।। दूरसंचार सेवा प्रदाता कम्पनी भारती एयरटेल का शुद्ध लाभ वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितम्बर) में 38 फीसदी की गिरावट के साथ 1027 करोड़ रुपये रहा। कम्पनी ने मुनाफे में कमी का कारण ऊंची ब्याज दरें एवं 3जी नेटवर्क के विस्तार को बताया है।

कम्पनी ने शुक्रवार को बयान में बताया कि पिछले वर्ष की समान अवधि में शुद्ध लाभ 1661.20 करोड़ रुपये था।

समीक्षाधीन अवधि में कम्पनी की कुल आय पिछले वर्ष की समान अवधि के 15,321.90 करोड़ रुपये की तुलना में 13.4 फीसदी की वृद्धि के साथ 17,276.40 करोड़ रुपये रहा।

कम्पनी का भारतीय व्यवसाय के लिए प्रति उपभोक्ता औसत मासिक आय दूसरी तिमाही में नौ फीसदी की गिरावट के साथ 183 रुपये रहा।

बयान में कहा गया कि भारत में हाल ही में कॉल दरों में की गई वृद्धि से उद्योग को प्रभावित करने वाली महंगाई के असर को कम करने में सहायता मिली है।

कम्पनी ने कहा कि भारतीय रुपये एवं कई अफ्रीकी देशों की मुद्राओं के विरुद्ध डॉलर के मूल्य में बढ़ोतरी के कारण 239 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

भारती एयरटेल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सुनील भारती मित्तल ने कहा, “इस वर्ष भारती एयरटेल का व्यवसाय ठीक से आगे बढ़ रहा है। भारत में लगातार गिरती कीमतों का रुकना दूरसंचार उद्योग के लिए अच्छा संकेत है।”

पिछले वर्ष एयरटेल ने 15 अफ्रीकी देशों में दूरसंचार संचालन का अधिकार नौ अरब डॉलर में खरीदा था। इस प्रकार कम्पनी 19 देशों में दूरसंचार सेवाएं उपलब्ध करा रही है। अधिग्रहण के बाद से एयरटेल, उपभोक्ताओं की संख्या के हिसाब से विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी दूरसंचार कम्पनी बन गई है।

समीक्षाधीन अवधि में कम्पनी की आय में अफ्रीका में 23 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई।

मित्तल ने कहा, “हम रवांडा में 2जी एवं 3जी के लाइसेंस का अधिग्रहण करने के साथ पूरे अफ्रीका में अपनी उपस्थिति लगातार बढ़ा रहे हैं।”

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