नई दिल्ली ।। अपने पदार्पण टेस्ट मैच में दूसरा सर्वश्रेष्ठ भारतीय प्रदर्शन करने वाले ऑफ स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन का कहना है वेस्टइंडीज के साथ खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में फिरोजशाह कोटला की पिच ने उन्हें मैच में कुल नौ विकेट हासिल करने में कोई खास मदद नहीं की है।

वेस्टइंडीज के साथ जारी इस टेस्ट मैच के तीसरे दिन मंगलवार को अश्विन ने वेस्टइंडीज की दूसरी पारी में छह विकेट झटके जबकि पहली पारी में उन्होंने तीन विकेट चटकाए थे। अश्विन ने मैच में कुल 128 रन खर्च कर नौ विकेट झटके।

मैच के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में अश्विन ने कहा, “इस विकेट पर बल्लेबाजों और गेंदबाजों के लिए कुछ भी नहीं था। यदि इस विकेट पर बल्लेबाज धर्य के साथ बल्लेबाजी नहीं करते हैं तो वह अपना विकेट गंवा सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको पिच पर संघर्ष करना पड़ेगा। मैंने आज अपनी गति में परिवर्तन किए और लाइन लेंथ पर ध्यान रखा।”

25 वर्षीय अश्विन ने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो मुझे इस विकेट से कुछ खास मदद नहीं मिली। मैं पिच से स्पिन और उछाल पसंद करता हूं। इस पिच पर बल्लेबाजों और गेंदबाजों के लिए कुछ भी नहीं था। मैंने विविधता और लाइन लेंथ के साथ गेंदबाजी की जिसका फल मुझे मिला।”

यह पूछने पर कि क्या अपने पदार्पण मैच में पांच विकेट हासिल करने की उम्मीद की थी? इस पर अश्विन ने कहा, “मैंने इतनी विकेट हासिल करने की उम्मीद नहीं कि थी लेकिन टेस्ट मैच से पहले मैंने उम्मीद की थी कि मैं पांच विकेट लूंगा और बल्ले से कुछ रन बनाऊंगा। दुर्भाग्यवश रन नहीं बना पाया।”

 

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