नई दिल्ली ।। केंद्रीय खेल मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अजय माकन ने सोमवार को उम्मीद जताई कि शीतकालीन सत्र में संसद उनके पुनर्परिभाषित राष्ट्रीय खेल विधेयक को पास कर देगी। माकन ने यह भी कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को अपने फायदे के लिए सूचना का अधिकार (आरटीआई) अधिनियम के अंतर्गत आना चाहिए।

नेशनल स्टेडियम में आयोजित एक कार्यक्रण में मीडियाकर्मियों को सम्बोधित करते हुए माकन ने कहा, “जब आप पारदर्शिता और आरटीआई की बात करते हैं तो इसमें बीसीसीआई सहित सभी 66 खेल संघों को शामिल किया गया है। ये संस्थाएं आम लोगों के पैसों पर काम करती हैं और इस लिहाज से इन्हें अपने फायदे के लिए पारदर्शी होकर सामने आना चाहिए।”

“अगर ऐसा नहीं हुआ तो इन संस्थाओं ने बीते समय में जितने भी अच्छे काम किए हैं, उन पर सवालिया निशान लग जाएगा।”

माकन ने हालांकि कहा कि उनके सामने पुनर्परिभाषित खेल विधेयक को संसद के समक्ष पेश करने की चुनौती है। इससे पहले कैबिनेट ने माकन द्वारा पेश खेल विधेयक को नकार दिया था।

माकन ने कहा, “मैं इस नए विधेयक को संसद में पेश करने और इसे पारित कराने के प्रयास में जुटा हूं। यह काम शीतकालीन सत्र में हो जाना चाहिए।”

विवादास्पद वर्ल्ड हाकी सीरीज के बारे में पूछे जाने पर माकन ने कहा, “सच कहूं तो व्यक्तिगत तौर पर मेरा इस लीग से कोई लेना-देना नहीं है। मैं तो बस राष्ट्रीय हॉकी टीम के भविष्य को लेकर चिंतित हूं।”

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