चेन्नई ।। भारत और वेस्टइंडीज की क्रिकेट टीमों के बीच जारी पांच मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला का अंतिम मुकाबला रविवार को चेपक स्थित एम.ए. चिदम्बरम स्टेडियम में खेला जाएगा। इंदौर में श्रृंखला अपने नाम कर चुकी भारतीय टीम जीत के साथ इसका समापन करना चाहेगी। भारतीय टीम ने कार्यवाहक कप्तान वीरेंद्र सहवाग की ऐतिहासिक 219 रनों की पारी की बदौलत इंदौर में जीत हासिल कर श्रृंखला 3-1 से अपने नाम कर ली है। सहवाग ने 149 गेंदों पर 25 चौके और सात छक्के लगाकर एकदिवसीय क्रिकेट का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर कायम किया था।

कप्तान के तौर पर पहली श्रृंखला जीत चुके सहवाग इस श्रृंखला के बाद टीम की कमान महेंद्र सिंह धौनी को सौंप देंगे, जिन्हें इस श्रृंखला के दौरान आराम दिया गया था। धौनी के नेतृत्व में भारतीय टीम 12 दिसम्बर को आस्ट्रेलिया रवाना होगी, जहां उसे चार टेस्ट मैच खेलने हैं।

सहवाग के नेतृत्व में युवा भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए यह श्रृंखला जीती है। इस श्रृंखला के लिए टीम में सचिन तेंदुलकर, युवराज सिंह, हरभजन सिंह, जहीर खान और धौनी जैसे प्रमुख खिलाड़ियों के नहीं रहे के बावजूद भारतीय टीम के प्रदर्शन पर कोई असर नहीं पड़ा।

इंदौर में मिली जीत के बाद भारतीय टीम का मनोबल सातवें आसमान पर है और यही कारण है कि उसे चेपक में जीत हासिल करने में कोई दिक्कत पेश नहीं आनी चाहिए लेकिन कैरेबियाई टीम भी जीत के साथ इस श्रृंखला का समापन करने का भरपूर प्रयास करेगी।

कप्तान डेरेन सैमी कह चुके हैं कि इंदौर में कैरेबियाई टीम भारतीय टीम से नहीं हारी थी बल्कि उसे सहवाग से हार मिली थी। ऐसे में अगर कैरेबियाई गेंदबाज अंतिम मुकाबले में सहवाग को सस्ते में निपटाने मे सफल रहे तो मेहमान टीम इस अंतिम मैच जीतकर अपना मान रख सकती है।

इस मैच के लिए हरफनमौला खिलाड़ी इरफान पठान को मौका मिल सकता है। सहवाग की शानदार पारी के कारण अपना पहला मैच खेलते हुए तीन विकेट लेने वाले युवा स्पिनर राहुल शर्मा का प्रदर्शन दब गया था लेकिन अब राहुल एक बार फिर अपनी फिरकी के दम पर टीम में स्थान पक्का करना चाहेंगे।

चेन्नई एकदिवसीय मुकाबले पर मौसम की मार पड़ने की थोड़ी आशंका है। बीते सप्ताह यहां खेले जाने वाले कुछ प्रथम श्रेणी मैच खराब मौसम के कारण रद्द कर दिए गए थे लेकिन अब मौसम खुल चुका है बीते एक सप्ताह में बारिश की कोई खबर नहीं है।

इस मुकाबले के साथ भारती टीम चेपक में अपना रिकार्ड सुधारना चाहेगी। एकदिवसीय क्रिकेट में चार मौैकों पर 400 से अधिक का स्कोर खड़ा करने वाली भारतीय टीम चेपक में अब तक एक बार भी 300 रनोंे का आंकड़ा नहीं पार कर पाई है।

भारत ने इस मैदान पर अब तक कुल नौ मुकाबले खेले हैं लेकिन उसका सर्वोच्च योग 297 रहा है, जो उसने 1997 में पाकिस्तान द्वारा दिए गए 328 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए बनाए थे। उस मैच में भारत की ओर से राहुल द्रविड़ ने शतक लगाया था।

पाकिस्तान की ओर से सईद अनवर ने 194 रनों की शानदार पारी खेली थी, जो 2010 तक एकदिवसीय क्रिकेट इतिहास का सबसे बड़ा व्यक्तिगत योग बना रहा था। 2010 में ग्वालियर में सचिन तेंदुलकर ने नाबाद 200 रन बनाकर उसे तोड़ा था।

इस मैदान पर अब तक कुल पांच मौकों पर 300 या उससे अधिक रनों का स्कोर खड़ा हुआ है लेकिन इसमें भारत का नाम शामिल नहीं है। एशिया एकदश टीम ने यहां दो मौकों पर 337 और 331 रन बनाए हैं जबकि पाकिस्तान के नाम 327 रन हैं। इसके अलावा अफ्रीका एकादश ने यहां 318 और 306 रन बनाए हैं।

टेस्ट क्रिकेट में एक पारी में 500 से अधिक का स्कोर सम्मानजनक माना जाता है। भारत ने टेस्ट मैचों में इस मैदान पर अब तक पांच मौकों पर 500 या उससे अधिक रन बनाए। इसमें 627 रन का भी एक स्कोर शामिल है लेकिन एकदिवसीय मुकाबलों में उसे अपना आंकड़ा सुधारने की जरूरत है।

ऐसे में जबकि भारतीय टीम श्रृंखला पर कब्जा कर चुकी है, भारतीय बल्लेबाजों के पास खुलकर रन बटोरने का मौका है। इस काम में सहवाग की भूमिका सबसे अहम होगी क्योंकि उन्होंने इंदौर में रनों की बरसात करके खुद के फार्म में लौटने की घोषणा कर दी है।

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