नई दिल्ली ।। विराट कोहली के नाबाद शतक (112) और गौतम गम्भीर के नाबाद (84) रनों की महत्वपूर्ण पारी और गेंदबाजों के धारदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने सोमवार को दूसरे एकदिवसीय मुकाबले में इंग्लैंड को आठ विकेट से पराजित कर दिया।

इस तरह भारत की टीम पांच मौचों की श्रृंखला में 2-0 से आगे हो गई है। कोहली को नाबाद शतक जड़ने के लिए मैन आफ द मैच चुना गया।

फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लिश टीम 48.1 ओवर ही विकेट पर बिता पाई जिसमें उसने 237 रन बनाए। इसके जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने दो विकेट गंवाकर 36.4 ओवर में 238 रन बना लिए।

भारत की ओर से विराट कोहली ने नाबाद शतक जड़ा। उन्होंने 98 गेंदों पर 16 चौकों की मदद से 112 रन बनाए। विराट कोहली को गौतम गम्भीर का भरपूर साथ मिला। गम्भीर ने 90 गेंदो में 10 चौके की मदद से 84 रनों की पारी खेली। दोनों बल्लेबाजों के बीच तीसरे विकेट के लिए 209 रनों की साझेदारी हुई।

भारत की शुरुआत हालांकि खराब रही और उसके दो बल्लेबाज 29 रन के कुल योग पर पवेलियन लौट गए थे। भारत ने पार्थिव पटेल (12) और अंजिक्य रेहाने (14) के विकेट जल्दी गंवा दिए। पार्थिव का विकेट 14 रन के कुल योग पर गिरा। पार्थिव ने 17 गेंदों पर दो चौके लगाए जबकि रेहाने ने 15 गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया। दोनों विकेट टिम ब्रेस्नन को मिले हैं।

इंग्लैंड की ओर से टिम ब्रेस्नन को ही दो सफलता मिल पाई। अन्य गेंदबाज प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर पाए।

इससे पहले, अपने गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन की बदौलत भारतीय टीम ने इंग्लैंड को 237 रनों पर सीमित कर दिया। इंग्लैंड की ओर से केविन पीटरसन ने सर्वाधिक 46 रन बनाए जबकि भारत की ओर से विनय कुमार ने चार विकेट झटके।

टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लिश टीम 48.1 ओवर ही विकेट पर बिता पाई। पीटरसन के अलावा समित पटेल ने 42, रवि बोपारा ने 36, जॉनी बेयर्सट्रो ने 35 और जोनाथन ट्रॉट ने 34 रनों का योगदान दिया।

भारत की ओर से विनय के अलावा उमेश यादव ने दो सफलता हासिल की। आक्रमण पंक्ति की कमान सम्भालने वाले प्रवीण कुमार, स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा को एक-एक विकेट मिला।

इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी। उसने शून्य के कुल योग पर अपने दोनों सलामी बल्लेबाजों-कप्तान एलिस्टर कुक और क्रेग कीसवेटर के विकेट गंवा दिए थे।

इसके बाद पीटरसन और ट्रॉट ने तीसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़े। ट्रॉट काफी अच्छा खेल रहे थे लेकिन विनय ने उन्हें आउट करके अपनी टीम को बड़ी सफलता दिलाई। ट्रॉट ने 37 गेंदों पर सात चौके लगाए।

ट्रॉट के आउट होने के बाद पीटरसन पर अपनी टीम को सम्भालने की जिम्मेदारी आ गई। इसका निर्वहन करते हुए पीटरसन ने बोपारा के साथ चौथे विकेट के लिए 73 रन जोड़े। यह साझेदारी इंग्लिश पारी के लिए अहम थी।

12 रन के कुल योग पर अश्विन ने दिन की अपनी एकमात्र सफलता के रूप में बोपारा को आउट किया। बोपारा ने 50 गेंदों पर चार चौके लगाए।

इसके बाद पीटरसन का साथ देने जॉनी बेयर्सट्रा विकेट पर आए लेकिन पीटरसन इस पारी को आगे नहीं बढ़ा सके और 121 रनों के कुल योग पर ही उमेश के पहले शिकार बने। पीटरसन ने 55 गेंदों पर तीन चौके और दो छक्के लगाए।

तेजी से खेलने के लिए मशहूर जॉनी ने पीटरसन की विदाई के बाद समित के साथ अपनी टीम को मजबूती देने का क्रम शुरू किया। दोनों ने छठे विकेट के लिए 86 रन जोड़े, जो इंग्लिश पारी की सबसे बड़ी साझेदारी रही।

207 रन के कुल योग पर समित उमेश की एक सीधी गेंद पर पगबाधा हो गए। समित ने 53 गेंदों पर दो चौके और दो छक्के लगाए। इसके बाद 211 रनों के कुल योग पर जडेजा ने जॉनी को आउट कर इंग्लिश खेमे में निराशा भर दी।

अब इंग्लिश बल्लेबाजों के लिए पूरे 50 ओवर खेलना मुश्किल लग रहा था। अंत में हुआ भी यही। टिम ब्रेस्नन (12), ग्रीम स्वान (7) और जेड डर्नबैक (3) कुछ खास नहीं कर सके। स्टीवन फिन छह रन पर नाबाद लौटे।

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