लंदन ।। जिम्बाब्वे के जिस छात्र की शिकायत से डरकर मशहूर क्रिकेट स्तम्भकार पीटर रोबक ने आत्महत्या कर ली थी, उसका कहना है कि रोबक ने उसकी जिंदगी बरबाद कर दी है। जिम्बाब्वे से इस शरणार्थी छात्र इटाई गोंडो ने पहली बार सार्वजनिक होकर अपने साथ हुई घटना का वर्णन किया। उसके मुताबिक रोबक ने केपटाउन के होटल में उसके साथ अनैतिक सम्बंध स्थापित करने का प्रयास किया था।

गोंडो ने समाचार पत्र ‘द सन’ को बताया कि वह सोशल नेटवर्किं ग वेबसाइट फेसबुक पर कई दिनों से सम्पर्क में रहने के बाद केपटाउन में रोबक से मिला था लेकिन यह मुलाकात उसके लिए किसी बुरे सपने सरीखा साबित हुई।

गोंडो ने कहा, “मेरे लिए यह हैरान कर देने वाली घटना थी। मैंने ठान लिया था कि मैं अपने साथ ऐसा नहीं होने दूंगा। रोबक ने मेरी जिंदगी बरबाद कर दी।”

गोंडो ने बताया कि उसने विश्वविद्यालय में उसके साथ पढ़ाई कर रहे एक दोस्त की मदद से रोबक से मुलाकात की थी। उसका वह दोस्त उन 17 लड़कों में शामिल है, जिन्हें रोबक ने एक लिहाज से गोद लिया था और उन्हें अपना बेटा मानते थे। ये सभी लड़के पीटरमारीचबर्ग स्थित रोबक के 10 कमरों वाले मकान में रहते थे।

गोंडो ने कहा कि रोबक ने उन्हें अपने झांसे में लेने के लिए फेसबुक का सहारा लिया। मुलाकात के दौरान रोबक ने गोंडो से कहा था कि वह उन्हें अपने पिता जैसा समझे और साथ ही उसे विश्वविद्यालय फीस को लेकर हरसम्भव मदद का भरोसा दिलाया।

केपटाउन के होटल में मिलने के बाद रोबक ने उसके साथ कई घंटे बिताए। इसी दौरान रोबक ने गोंडो के साथ शारीरिक सम्बंध बनाने का प्रयास किया लेकिन गोंडो ने उन्हें ऐसा नहीं करने दिया। यह सब तब थमा, जब गोंडो का फोन बजा।

गोंडो ने इस सम्बंध में स्थानीय पुलिस को सचेत किया। इसी सिलसिले में पुलिस रोबक से पूछताछ के लिए होटल पहुंची थी। इस मामले में रोबक की गिरफ्तारी की आशंका थी। इससे घबराकर ही सम्भवत: रोबक ने बीते शनिवार की रात होटल की खिड़की से कूदकर अपनी जान दे दी थी।

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