कैनबरा ।। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ ने दिन-रात के टेस्ट मैच की वकालत की है। द्रविड़ ने साथ ही कहा कि टेस्ट चैम्पियनशिप का भी आयोजन एक अच्छा विचार है। कैनबरा के वॉर मेमारियल हॉल में बुधवार को सर डॉन ब्रैडमैन व्याख्यान में बोलते हुए द्रविड़ ने कहा कि ऐसे स्थानों पर जहां ओस अहम कारण बन सकती है, रात में खेलने में थोड़ी दिक्कत आ सकती है लेकिन जहां तक गुलाबी गेंद की बात है तो इसे देखने में कोई दिक्कत नहीं।
द्रविड़ ने कहा, “बीते वर्ष मार्च में मैंने एमसीसी के लिए अबू धाबी में एक दिन-रात का प्रथम श्रेणी मैच खेला था। मेरे लिहाज से दिन-रात के टेस्ट मैच को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। दिन स्थानों पर ओस अधिक गिरती है, वहां कुछ दिक्कत हो सकती है लेकिन जहां तक गुलाबी गेंद की दृश्यता का सवाल है तो इसमें कोई परेशानी नहीं।”
टेस्ट चैम्पियनशिप की अवधारण को लेकर द्रविड़ ने कहा कि ऐसे में जबकि हर खिलाड़ी और हर एक टीम खुद की श्रेष्ठता साबित करने के लिए मैदान में स्पर्धा करती नजर आएगी, तब वह नजारा शानदार होगा। ऐसे में टेस्ट चैम्पियनशिप का अपना अलग रंग होगा।
द्रविड़ ने यह भी कहा कि टेस्ट मैचों को जिंदा रखने और उन्हें अधिक से अधिक लोकप्रिय बनाने के लिए अलग-अलग देशों में विभिन्न प्रकार के प्रयोग हो सकते हैं। यह प्रयास समेकित पहल से ज्यादा बेहतर होगा।
बकौल द्रविड़, “न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज में पुराने और छोटे मैदानों का रूप-रंग बदलकर छोटे शहरों में मैच कराए जा रहे हैं। यह अच्छी सोच है। इससे क्रिकेट अधिक लोगों तक पहुंच सकेगा। यह उतना मायने नहीं रखता कि किसी बड़े शहर में कितने लोगों ने टेस्ट मैच देखा बल्कि यह अधिक मायने रखता है कि किसी छोटे शहर में पहली बार कितने लोगों ने टेस्ट मैच देखा।”