मुम्बई ।। भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में अब तक कुल 28 बार ‘नर्वस-90’ का शिकार हुए हैं। वह टेस्ट मैचों में 10 बार और एकदिवसीय मैचों में 18 बार 90 से 100 रनों के बीच आउट हुए हैं। यह आंकड़ा साबित करता है कि सचिन अपना शतक पूरा करने के लिए कितना सतर्क रहते हैं लेकिन इसके बावजूद विपक्षी गेंदबाज उन्हें 28 मौकों पर ऐसा करने से रोकने में सफल रहे हैं।

अगर ऐसा नहीं हुआ होता तो सचिन के खाते में आज 127 अंतर्राष्ट्रीय शतक होते। वह टेस्ट मैचों में 61 और एकदिवसीय मैचों में 66 शतक लगा चुके होते।

टेस्ट मैचों में सचिन सबसे अधिक चार बार इंग्लैंड के खिलाफ ‘नर्वस-90’ का शिकार हुए हैं। इसके अलावा वह वेस्टइंडीज के खिलाफ दो बार और श्रीलंका, आस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका 90 से 100 रनों के बीच विकेट अपना विकेट गंवा बैठे हैं।

वानखेड़े स्टेडियम में जारी तीसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन सचिन 94 रनों पर रवि रामपाल की गेंद पर आउट हुए। यह उनके करियर का सबसे ताजातरीन और टेस्ट मैचों में 10वीं बार ‘नर्वस-90’ का शिकार होने की घटा है।

एकदिवसीय मैचों में सचिन सबसे अधिक छह बार पाकिस्तान के खिलाफ ‘नर्वस-90’ का शिकार हुए हैं। इसके अलावा श्रीलंका के खिलाफ चार बार इस तरह आउट हुए हैं। यही नहीं, वह इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन-तीन बार 90 से 100 रनों के निजी योग पर अपना विकेट गंवा बैठे हैं।

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