लार्ड्स, Hindi7.com ।। लार्ड्स पर 2000वां टेस्ट मैच खेलने के लिये उतरे भारत को इंग्लैंड ने 196 रनों से हरा दिया है। इंग्लैंड की रनों के लिहाज से यह भारत पर पांचवीं बड़ी जीत है। जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड की तेज गेंदबाजी के सामने भारतीय बल्लेबाजों की एक नहीं चली। एंडरसन ने पांच और ब्राड ने तीन विकेट लिये, जिससे 458 रनों के मुश्किल लक्ष्य का पीछा करने उतरी दुनिया की नंबर एक भारतीय टीम 261 रनों पर ढेर हो गयी।

भारत की तरफ से युवा सुरेश रैना ने 78 और वीवीएस लक्ष्मण ने 56 रनों का योगदान किया। सचिन तेंदुलकर से इस ऐतिहासिक टेस्ट मैच में 100वां अंतर्राष्ट्रीय शतक बनाकर इस टेस्ट मैच को यादगार बनाने की उम्मीद थी, लेकिन वह दोनों पारियों में नाकाम रहे। इंग्लैंड ने यह मैच जीतकर चार मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। इसके साथ ही उसने भारत की नंबर एक की कुर्सी के पाये भी कमजोर कर दिये हैं। यदि वह इस श्रृंखला में दो टेस्ट के अंतर से जीत दर्ज करता है, तो फिर वह भारत के स्थान पर नंबर एक बन जाएगा।

यदि मैच के चौथे दिन इशांत शर्मा के छोटे से स्पेल को छोड़ दिया जाए, तो इंग्लैंड ने दोनों टीमों के बीच इस 100वें टेस्ट मैच में पूरे समय अपना दबदबा बनाये रखा। उसने अपनी पहली पारी आठ विकेट पर 474 रनों पर समाप्त घोषित करने के बाद भारत को 286 रनों पर आउट कर दिया था।

इसके बाद दूसरी पारी में विकेट कीपर बल्लेबाज मैट प्रायर और ब्राड की शानदार बल्लेबाजी से वह अपना पलड़ा भारी रखने में सफल रहा।

भारत पर सुबह के सत्र में ही हार के बादल मंडराने लगे थे, जब उसने राहुल द्रविड़ [36], लक्ष्मण [56] और गौतम गंभीर [22] के विकेट गंवा दिये थे। इसके बाद तेंदुलकर केवल 12 रन बनाकर दूसरे सत्र में पवेलियन लौटे। द्रविड़, लक्ष्मण और तेंदुलकर तीनों के महत्वपूर्ण विकेट एंडरसन ने निकाले। रैना ने एक छोर संभाले रखा, लेकिन दूसरे छोर से सहयोग नहीं मिलने के कारण वह भारत के हार को टाल नहीं सके। आखिर में एंडरसन ने उन्हें नौवें बल्लेबाज के रूप में आउट किया। रैना ने 136 गेंद खेली और दस चौके लगाये। इसके अगले ओवर में ब्राड ने इशांत को पगबाधा आउट करके इंग्लैंड के जीत की रस्म पूरी कर दी। इंग्लैंड की 2000 के बाद लार्ड्स पर 24 मैचों में यह 13वीं जीत है।

भारत ने 458 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए सलामी बल्लेबाज अभिनव मुकुंद का विकेट कल ही गंवा दिया था। उसकी आज की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही। भारतीय स्कोर अभी कल रात के एक विकेट पर 80 रन से 94 रन पर पहुंचा ही था कि एंडरसन की गुडलेंग्थ एरिया में करायी गयी गेंद द्रविड़ के बल्ले का किनारा लेकर विकेट कीपर प्रायर के दस्तानों में चली गयी।

इससे पहले क्रिस ट्रेमलेट की गेंद पर फारवर्ड शार्ट लेग पर खड़े इयान बेल ने उनका मुश्किल कैच छोड़ा था, लेकिन पहली पारी में शतक जड़ने वाले द्रविड़ इसका फायदा नहीं उठा पाये।

लक्ष्मण भी जब 48 रन पर थे, तब इंग्लैंड ने उनके खिलाफ विकेट के पीछे कैच के लिये डीआरएस का सहारा लिया, लेकिन हाट स्पाट से साफ हो गया कि गेंद उनके बल्ले से लगकर नहीं गयी थी। संकट के समय कई बेहतरीन पारियां खेलने वाले लक्ष्मण अपना 53वां अर्धशतक पूरा करने के बाद एंडरसन की कम उछाल वाली गेंद पर पुल करने के चक्कर में मिडविकेट पर खड़े बेल को आसान सा कैच दे बैठे। इसके बाद तो भारत संकट में पड़ गया। लक्ष्मण ने 113 गेंद खेली और आठ चौके लगाये।

तेंदुलकर ने जब संभवत: आखिरी बार लार्ड्स के मैदान पर कदम रखा, तो दर्शकों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया। तेंदुलकर ने एंडरसन की गेंद पर मिडविकेट पर चौका जड़कर अपना खाता खोला। ग्रीम स्वान ने अगले ओवर में ही गंभीर को पगबाधा करके भारत की स्थिति और नाजुक कर दी। स्वान की सीधी रहती गेंद गंभीर के पैड से टकरायी थी। अपील के ऊपर काफी देर तक विचार करने के बाद असद रऊफ ने अपनी उंगली ऊपर कर दी।

लंच के बाद तेंदुलकर सहज होकर नहीं खेल पाये। स्टुअर्ट ब्राड की उनके खिलाफ पगबाधा की विश्वसनीय अपील बिली बोडेन ने ठुकरा दी। इसके बाद एंडरसन की गेंद पर एंड्रयू स्ट्रास ने उनका कैच छोड़ा, लेकिन तेंदुलकर इसका फायदा नहीं उठा पाये और एक गेंद बाद ही पगबाधा आउट हो गये। एंडरसन की सीधी गेंद तेंदुलकर के बल्ले के बगल में पैड से लगी और इस बार बोडेन ने उंगली उठाने में कोई देर नहीं की।

तेंदुलकर जब पवेलियन लौट रहे थे, तो दर्शकों ने खड़े होकर उन्हें विदाई दी। इस तरह से क्रिकेट के मक्का पर तेंदुलकर का शतक जमाने का ख्वाब अधूरा ही रह गया। उन्होंने लार्ड्स पर 21.66 के मामूली औसत से 195 रन बनाये हैं और यहां उनका उच्चतम स्कोर 37 है।

रैना ने चाय के विश्राम से पहले ही अपना अर्धशतक पूरा कर लिया था। उन्होंने इसके बाद भी पांव जमाये रखा, लेकिन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी [16] इस मैदान पर 2007 के अपने प्रदर्शन को दोहराने में नाकाम रहे। उन्होंने ट्रेमलेट की एक ऐसी गेंद पर खराब शाट खेलने के प्रयास में प्रायर को कैच थमाया, जिसमें न तो तेजी थी और न ही कोई मूवमेंट।

इसके बाद एंडरसन ने हरभजन सिंह [12] को आउट किया, जिन्होंने एक शार्ट पिच गेंद को खेलकर मिड ऑन पर खड़े फिल्डर को कैच थमाया। रैना ने एंडरसन की स्विंग लेती गेंद पर विकेटकीपर को कैच दिया, जबकि ब्राड ने इस बीच पहले प्रवीण कुमार और फिर इशांत को आउट कर पहले टेस्ट मैच की कहानी खत्म कर दी। केविन पीटरसन को पहली पारी में उनके शानदार नाबाद दोहरे शतक के लिये मैन आफ द मैच घोषित किया गया।

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