पंजाब के खरड़ कस्बे से एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है | यहाँ महिला अफसर को उनके ही दफ्तर में घुस कर गोली मारी गयी और फिर आरोपी ने खुद को भी गोली मार ली |
महिला अफसर का नाम नेहा शौरी था, वो जोनल लाइसेंसिंग अथॉरिटी ऑफ फूड एंड एडमिनिस्ट्रेशन में ड्रग इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थीं | दरअसल 10 साल पहले नेहा ने आरोपी बलविंदर के मेडिकल स्टोर पर छपा मारा था और 35 प्रकार की प्रतिबंधित दवाएं पाए जाने पर मेडिकल स्टोर का लाइसेंस रद्द कर दिया था.
दुकान सील होने के बाद बलविंदर ने मोरिंडा में ही अस्पताल खोला | लेकिन पिछले साल डॉक्टर नेहा ने यहां चेकिंग की और डॉक्यूमेंट पूरे न होने पर अस्पताल भी बंद करवा दिया | उसके बाद बलविंदर को नौकरी के लिए मजबूर होना पड़ा | अपनी इस खराब हालत का जिम्मेदार वह डॉक्टर नेहा को मानता था |
10 साल पहले केमिस्ट शॉप और फिर अस्पताल सील किए जाने से नाराज बलविंदर ने शुक्रवार को जोनल लाइसेंसिंग अथॉरिटी डॉ. नेहा शौरी की खरड़ की ड्रग टेस्टिंग लेबोरेट्री में सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी | हत्या कर जब बलविंदर सिंह भाग रहा था तो लोगों ने उसे घेर लिया | इस पर उसने रिवॉल्वर माथे पर लगाई और खुद को भी गोली मार ली | बलविंदर ने डॉक्टर की छाती में 4 गोलियां मारी थीं |
रोजाना की तरह शुक्रवार को डॉक्टर नेहा, ऑफिस की दूसरी मंजिल पर रूम नंबर-211 में काम कर रही थीं | नेहा अपनी 5 साल की भतीजी को भी साथ लाई थीं | शुक्रवार करीब 11:30 बजे लाल रंग की टी-शर्ट पहने बलविंदर अंदर आया. कुछ बात करने के बाद उसने डॉक्टर को दबोच लिया | बैग से रिवॉल्वर निकाली और 4 फायर कर दिए | गोलियां नेहा की बाजू व छाती पर लगीं | बलविंदर के बैग से एक चाकू, 12 बुलेट व रिवॉल्वर का लाइसेंस मिला |
आरोपी के करीबियों ने बताया कि बलविंदर ने 20 दिन पहले ही रिवॉल्वर खरीदी थी | निशाना न चूके इसलिए नहर के किनारे गोली चलाने की प्रैक्टिस भी कर चुका था | इससे पता चलता है कि उसने कई दिन पहले ही अफसर को मारने का प्लान बना लिया था |
प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता को महिला अधिकारी नेहा शौरी की हत्या के मामले की जांच शीघ्र संपन्न करने का निर्देश दिया है |