गोवा ।। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी से बुधवार को 42वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह यानी इफ्फी-2011 के उद्घाटन सत्र में लाइफटाइम अचीवमेंट सम्मान पाने वाले बटर्र्ड टैवरनियर ने गुरुवार को कहा कि भारत में, जहां सिनेमा की समृद्घ परंपरा रही है, यह सम्मान पाकर वह खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
इफ्फी के मीडिया केंद्र में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए टैवरनियर ने कहा, “फिल्में दुनिया भर की विभिन्न संस्कृतियों को समझने के बढ़िया साधन हैं। इफ्फी जैसे फिल्म समारोह दुनिया भर के लोगों को साथ लाते हैं।” उन्होंने निर्णायक मंडल के सदस्यों को इस दुर्लभ सम्मान से नवाजने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि वह खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उनके अनुसार, भारतीय टेलीविजन विदेशी फिल्मों का लगातार प्रदर्शन करते हैं, जिससे यहां के दर्शकों में विदेशी फिल्मों के प्रति जागरुकता लगातार बढ़ रही है।
टैवरनियर को उनकी फिल्मों ‘प्रिक्स लुइस डेलक’, ‘सिल्वर बीयर’, ‘द क्लकमेकर’, ‘लाइफ ऐंड नथिंग बट’, ‘द प्रिंसेस आफ मटपेनसियर’ जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है। आईएफएफआई-2011 की संचालन समिति के सदस्य माइक पाण्डे ने कहा कि टैवरनियर के उपस्थिति से इस समारोह की वृहतर अंतर्राष्ट्रीय पहुंच सुनिश्चित होगी और दुनिया भर के फिल्म निर्माताओं की इसमें भागीदारी बढ़ेगी।