इस्लामाबाद ।। पाकिस्तान के पेशावर शहर में 10 साल के अंतराल के बाद एक ऐतिहासिक मंदिर फिर से खुल गया है। इस मंदिर को खुलवाने के लिए एक महिला श्रद्धालु ने लम्बी कानूनी लड़ाई लड़ी।

गोर कुठारी इलाके में स्थित इस मंदिर में हिंदू समुदाय के लोग दीवाली का त्योहार मनाते थे। समाचार पत्र ‘डॉन’ के मुताबिक 10 साल के अंतराल के बाद मंदिर को दोबारा पूजा-अर्चना के लिए खोल दिया गया है।

मंदिर के एक पुजारी की पोती कमला रानी श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के द्वार दोबारा खुलने से बहुत खुश हैं।

उनका कहना है, “मैं बहुत खुश हूं क्योंकि मेरी मां ने बहुत बुजुर्ग होने के बावजूद श्रद्धालुओं के लिए इस मंदिर को खुलवाने के लिए लम्बी कानूनी लड़ाई लड़ी थी।”

रानी की मां फूलवति ने पेशावर उच्च न्यायालय में मंदिर को पूजा के लिए दोबारा खोले जाने की मांग को लेकर एक याचिका दाखिल की थी।

रानी का कहना है कि हिंदू समुदाय के प्रयासों के चलते यह मंदिर दोबारा खुल सका। उन्होंने कहा, “आप कल्पना भी नहीं कर सकते कि मंदिर के दोबारा खुलने से हम कितने खुश हैं।”

पेशावर उच्च न्यायालय ने मंदिर को केवल पूजा के लिए खोले जाने का आदेश दिया है जबकि पुरातत्व विभाग के पास इसका नियंत्रण होगा।

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