अमेरिकी रक्षा मंत्रालय आट्रीफीशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल अपनी सैन्य ताकत को मजबूत करने के लिए करना चाहती है। जिसके तहत उसने गूगल से हाथ मिलाया है। यह एक तरह का युद्ध कारोबार है क्योंकि पेंटागन इस तकनीक से अपने ड्रोन के टारगेट को सटीक बनाने और ड्रोन हमले से खुद का बचाने के लिए इस्तेमाल करेगा।
गूगल के इस कदम का उसके कई बड़े अधिकारियों ने विरोध किया है। गूगल के पेंटागन से हाथ मिलाने के बाद उसके कर्मचारियों ने एक साइनिंग मुहीम शुरू करी जिसका उद्देश्य यह था कि गूगल को युद्ध कारोबार में बिल्कुल भी शामिल नहीं होना चाहिए। गूगल के कई सीनियर इंजीनियर इस बात के विरोध में हैं और तकरीबन 3100 कर्मचारियों के हस्ताक्षर के साथ सीईओ सुंदर पिचाई को पत्र लिखकर गूगल के इस कदम का विरोध किया गया है।
इस पत्र के माध्यम से कर्मचारियों ने गूगल से यह नियम बनाने के लिए भी कहा है कि गूगल कभी किसी भी तरह के युद्ध व्यापार में नहीं शामिल होगा।