लंदन ।। ब्रिटेन का निर्वाचन आयोग एक ऐसे मामले की जांच कर रहा है जिसमें भारतीय मूल के एक सांसद की संलिप्तता है। सांसद पर आरोप है कि आम चुनाव में अपनी जीत का जश्न मनाने के लिए उन्होंने भारतीय पर्यटन कार्यालय से 5,000 पौंड दान में लिए थे।
ज्ञात हो कि लेबर पार्टी के सांसद वीरेंद्र शर्मा हाउस ऑफ कॉमन्स में ईलिंग साउथ शहरी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।
समाचारपत्र ‘डेली टेलीग्राफ’ में निर्वाचन आयोग के प्रवक्ता के हवाले से आई खबर के अनुसार दान लेने के मामले में भारतीय मूल के शर्मा की संलिप्तता की जांच शुरू कर दी गई है।
गौरतलब है कि चुनाव एवं जनमत-संग्रह अधिनियम-2000 के तहत किसी राजनीतिक दल में रहते हुए विदेशी स्रोतों से दान लेना अवैध है।
शर्मा के पश्चिमी लंदन स्थित निर्वाचन क्षेत्र साउथहॉल के मॉनसून बैंक्वेटिंग सूट्स में पिछले वर्ष 23 मई को दी गई जश्न की दावत में पूर्व विदेश मंत्री डेविड मिलिबैंड और लेबर पार्टी के नेता लॉर्ड पॉल भी शामिल हुए थे।
दावत-खर्च 5,000 पौंड का बिल कथित रूप से इनक्रेडेबल इंडिया के पर्यटन कार्यालय को भेजा गया था।
शर्मा का कहना है, “तथ्यों की उचित जांच के मौके का मैं स्वागत करता हूं। मैं निर्वाचन आयोग को पूरा सहयोग करूंगा, ताकि इस मसले का हल जल्द से जल्द निकाला जा सके।”
उल्लेखनीय है कि इस मामले की ओर निर्वाचन आयोग का ध्यान ईलिंग के एक पार्षद फिल टेलर ने आकृष्ट किया था।
शर्मा ने कहा, “मैंने भरतीय पर्यटन कार्यालय से कभी दान नहीं लिया है, इसलिए मैं सदस्यों से सम्बंधित संसद की पंजिका में इस मुद्दे के बारे में कोई घोषणा करने के लिए बाध्य नहीं हूं।”