काबुल ।। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने कहा है कि सरकार अब तालिबान के साथ शांति वार्ता नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति बुरहानुद्दीन रब्बानी की हत्या से वह जान गए हैं कि उन्हें पाकिस्तान से बातचीत पर ध्यान केंद्रित करना होगा।

वेबसाइट ‘बीबीसी डॉट को डॉट यूके’ के अनुसार करजई ने धार्मिक नेताओं के एक समूह से बातचीत में कहा कि तालिबान में बातचीत के लिए कोई सहयोगी नहीं है। तालिबान के नेता मुल्ला उमर को वार्ता के लिए ढूंढ़ना सम्भव नहीं है।

इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी बयान जारी कर कहा था कि पाकिस्तान को हक्कानी नेटवर्क के आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी।

करजई ने कहा, “तालिबान परिषद के सदस्य के वेश में आए एक शख्स ने हत्या कर दी और उन्होंने न इसकी पुष्टि की और न ही खंडन किया। इसलिए हम किसी और से नहीं बल्कि पाकिस्तान से बातचीत करेंगे।”

उन्होंने कहा, “हमारे साथ वार्ता में दूसरा पक्ष कौन है? इस बात का मेरे पास यही जवाब है कि हमारे साथ बातचीत में दूसरा पक्ष पाकिस्तान है।”

इससे पहले अमेरिका एक शीर्ष अधिकारी माइक मुलेन ने कहा था पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई हक्कानी नेटवर्क को सहायता दे रही है।

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