वॉशिंगटन ।। ओबामा प्रशासन ने भारत और चीन से अपील की है कि वे सीरिया के संबंध में अपने रुख पर पुनर्विचार करें। उधर, अमेरिका ने सीरिया में निरंकुश शासन के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय अभियान तेज कर दिया है।
न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में इस संबंध में हो रही बातचीत का उल्लेख करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता विक्टोरिया नूलैंड ने कहा कि हम निश्चित तौर पर उनसे [भारत और चीन] बातचीत कर रहे हैं।
नूलैंड ने कहा कि हम राजधानी में उनसे बातचीत कर रहे हैं। मेरा मानना है कि हमारा संदेश स्पष्ट है। यहीं समय है कि भारत और चीन अपने रुख पर पुनर्विचार करें। इसलिए बातचीत जारी है।
हालांकि, नूलैंड ने इस बात का ब्यौरा नहीं दिया कि अमेरिका इन दोनों देशों के साथ किस तरह की बातचीत कर रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे देश भी हैं, जो अब भी सीरिया के साथ तेल और गैस का व्यापार कर रहे हैं और उन्होंने सीरिया को हथियार भेजने की इच्छा नहीं छोड़ी है।
नूलैंड ने कहा कि इसलिए हम उस गठबंधन को मजबूत बनाने के लिए काम कर रहे हैं और इस बात को सुनिश्चित करने का प्रयास जारी रखे हुए हैं कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के संदेश में दम है। कोई भी सीरिया की स्थिति से संतुष्ट नहीं है। यह भयानक है और हमारे प्रयास जारी रहेंगे।
उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को और कड़े शब्दों में हिंसा की निंदा करनी चाहिए। हम और प्रतिबंधात्मक उपायों पर काम कर रहे हैं और हम ऐसा करते रहेंगे।