वाशिंगटन ।। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सोमवार को कहा कि उनके देश ने ईरान से कहा है कि वह उस ड्रोन के मलबे वापस कर दे, जो उसकी सीमा के अंदर दुर्घटना ग्रस्त होकर गिर गया था।

ओबामा ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, “जैसा कि पहले ही संकेत दिया जा चुका है, हमने ईरान से ड्रोन वापस मांगा है।” इस तरह ओबामा ने पहली बार स्वीकार किया है कि ड्रोन का मलबा ईरान के कब्जे में है।

ओबामा ने इराकी प्रधानमंत्री नूरी अल-मलीकी के साथ द्विपक्षीय बातचीत के बाद एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हम देखेंगे कि ईरान का क्या जवाब आता है।”

ज्ञात हो कि अमेरिका का मानवरहित स्टेल्थ आरक्यू-170 विमान इस महीने के प्रारम्भ में उस समय लापता हो गया था, जब वह एक गुप्त मिशन पर निकला हुआ था। 

ओबामा ने मिशन के विवरण का खुलासा करने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा, “ईरान के कब्जे में मौजूद ड्रोन के संदर्भ में मैं गोपनीय खुफिया मामलों पर मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगा।”

पिछले सप्ताह ईरानी मीडिया ने एक रपट में कहा था कि ईरानी सेना ने देश के पूर्वी हिस्से में एक ड्रोन को सीमा के अंदर प्रवेश करते देखा और उसके बाद सेना ने उसे मार गिराया। बाद में ईरान के सरकारी टीवी ने ड्रोन के फूटेज दिखाए थे।

ईरान के एक सांसद ने सोमवार को कहा कि ईरानी सेना इस ड्रोन की तकनीक हासिल कर निकट भविष्य में इसकी प्रतिकृति तैयार करना चाहती है।

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