वाशिंगटन ।। पाकिस्तान पर दबाव बनाते हुए अमेरिका ने हक्कानी गुट के पांच सदस्यों को आतंकवादियों की सूची में डाल दिया है। अमेरिका ने इस गुट को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) का ही अंग करार दिया है।

अमेरिका ने गुरुवार को पांचों सदस्यों को आतंकवादियों की सूची में डालने की घोषणा करते हुए कहा कि ये पांचों लोग कथित तौर पर पाक-अफगान सीमा पर चल रही आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हैं।

अमेरिकी राजस्व विभाग ने इन लोगों पर अफगानिस्तान और पाकिस्तान में मौजूद खतरनाक आतंकवादी संगठनों के साथ मिलकर काम करने का आरोप लगाया है।

अमेरिकी राजस्व विभाग की आतंकवाद और वित्तीय खुफिया मामलों से सम्बद्ध शाखा के डेविड कोहेन ने कहा कि इन लोगों पर तालिबान, हक्कानी गुट और अलकायदा के सदस्यों को हिसक घटनाओं को अंजाम देने के लिए वित्तीय सहायता, सुविधाएं और ईंधन मुहैया कराने का आरोप है।

अमेरिकी नागरिक और कम्पनियां अब इन पांचों लोगों के साथ किसी तरह का वित्तीय लेन देन नहीं कर सकेंगी क्योंकि इनके खिलाफ प्रतिबंध लगाये जा चुके हैं।

राजस्व विभाग ने जिन पांच सदस्यों को इस सूची में डाला है उनमें अब्दुल अजीज अब्बासिन भी शामिल है, जिसे आतंकवादी संगठन हक्कानी गुट का एक ‘प्रमुख कमांडर’ माना जाता है। यह संगठन पाक-अफगान सीमा पर आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देता है।

कोहने ने कहा, “अब्बासीन तालिबानी लड़ाकों के एक समूह को दिशा निर्देश देता है तथा पक्तिका प्रांत में विदेशी आतंकवादियों के लिए प्रशिक्षण शिविर चलाता है। यह समूह अफगानिस्तान में आपूर्ति वाहनों को निशाना बनाता है।”

हक्कानी गुट के जिन चार अन्य सदस्यों को आतंकवादी सूची में डाला गया है, उनमें हाजी फैजुल्लाह खान नूरजई, हाजी मलिक नूरजई, अब्दुर्रहमान और फैजल रहमान शामिल हैं।

अब्दुर्रहमान पर तालिबान को वित्तीय तथा अन्य तरह की सहायता उपलब्ध कराने का आरोप है जबकि फैजल रहमान पर अलकायदा को कथित तौर पर वित्तीय सहायता पहुंचाने का आरोप है।

इससे पहले ज्वांइट चीफ्स ऑफ स्टाफ के प्रमुख एडमिरल माइक मुलेन ने पिछले सप्ताह कहा था कि हक्कानी गुट आईएसआई का ही वास्तविक अंग है।

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