स्टॉकहोम ।। अमेरिकी मूल के तीन वैज्ञानिकों को भौतिक शास्त्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए इस वर्ष का नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा मंगलवार को की गई। वैज्ञानिकों ने फटते तारों का अध्ययन किया है। वैज्ञानिकों ने अध्ययन में बताया है कि तारों के फटने से ब्रह्मांड का विस्तार हो रहा है।
समाचार पत्र ‘द न्यूयार्क टाइम्स’ के मुताबिक ‘द रॉयल स्वीडिश एकेडमी आफ साइंस’ ने कहा है कि अमेरिकी वैज्ञानिक सॉल पर्लमटर 15 लाख डॉलर की पुरस्कार राशि अमेरिकी मूल के ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिक ब्रायन श्मिट और अमेरिकी वैज्ञानिक एडम रीस के साथ बांटेंगे।
एकेडमी ने बताया कि वैज्ञानिकों ने एक विशेष प्रकार के सुपरनोवा यानी फटते तारों के विश्लेषण के जरिए ब्रह्मांड के विस्तार के बारे में जानकारियां दी हैं। वैज्ञानिकों ने अपने अध्ययन में बताया कि 50 से अधिक सुपरनोवा से निकलने वाला प्रकाश उम्मीद से कम है जिससे पता चलता है कि ब्रह्मांड का विस्तार तेज गति के साथ हो रहा है।
ज्ञात हो कि पर्लमटर (52) बर्कले स्थित कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में सुपरनोवा कॉस्मोलोजी प्रोजेक्ट के अध्यक्ष हैं जबकि श्मिट (44) ऑस्ट्रेलिया के वेस्टन क्रीक स्थित ऑस्ट्रेलियन नेशनल युनिवर्सिटी में हाई-जेड सुपरनोवा सर्च टीम के अध्यक्ष और रीस (42) मेरीलैंड के बाल्टिमोर स्थित जॉन हापकिंस युनिवर्सिटी एंड स्पेश टेलीस्कोप साइंस इंस्टीट्यूट में खगोलशास्त्र के प्रोफेसर हैं।