वाशिंगटन ।। दक्षिण एशिया में सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को प्रमुख साझेदार बताते हुए अमेरिका ने कहा है कि राष्ट्रपति बराक ओबामा और भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की मुलाकात 18 नवम्बर को बाली में होगी।
व्हाइट हाउस के एक बयान के मुताबिक, राष्ट्रीय सुरक्षा उप सलाहकार बेन रोड्स ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि दोनों नेताओं की मुलाकात लगभग एक वर्ष के अंतराल के बाद पूर्व एशियाई सम्मेलन के दौरान होगी। पिछले साल नवम्बर में ओबामा के भारत दौरे के समय हुए द्विपक्षीय समझौतों की प्रगति पर दोनों नेताओं में बातचीत होने की सम्भावना है।
उन्होंने कहा कि दोनों नेता अपने प्रगाढ़ होते आार्थिक और वाणिज्यिक सम्बंधों के अलावा अफगानिस्तान, आर्थिक और सुरक्षा सम्बंधों सहित व्यापक मसलों पर चर्चा करेंगे।
रोड्स ने कहा, “भारत तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था होने के साथ ही एक मजबूत लोकतांत्रिक देश और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दक्षिण एशिया में प्रमुख साझेदार है। भारत और अमेरिका के बीच बहुत गहरे सम्बंध हैं।”
उन्होंने कहा कि ओबामा प्रशासन की शुरुआत के साथ ही अमेरिका एशिया प्रशांत क्षेत्र की उभरती शक्तियों चीन, भारत, इंडोनेशिया और अन्य देशों के साथ ही क्षेत्रिय संगठनों ऐपेक और दक्षिण एशियाई सम्मेलन के साथ जुड़ चुका है।
आस्ट्रेलिया में अपने भाषण में ओबामा ने पिछले तीन साल के दौरान भारत और चीन के साथ अमेरिकी प्रयासों का उल्लेख किया था। रोड्स ने कहा कि बातचीत के दौरान दोनों नेताओं के बीच ईरान के बारे में अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी -आईएईए की रिपोर्ट और अफगानिस्तान से जुड़े अन्य मुद्दों पर चर्चा होने की सम्भावना है।
उन्होंने कहा कि बातचीत के दौरान एशिया प्रशांत क्षेत्र से जुड़े मुद्दों के अलावा कुछ वैश्विक मुद्दों पर भी बात हो सकती है। उन्होंने कहा, “चीन का विकास होने के साथ ही इस क्षेत्र में तेजी से बदलाव हो रहे हैं।”