बीजिंग ।। चीन की सरकार ने बुधवार को विदेश व्यापार पर एक श्वेत पत्र जारी किया। इसमें विदेश व्यापार को बढ़ाने में देश की उपलब्धियों और विश्व अर्थव्यवस्था में इसके योगदान को प्रमुखता से उजागर किया गया।

राज्य आयोग के सूचना कार्यालय द्वारा जारी इस श्वेत पत्र में कहा गया कि वर्ष 2010 के अंत तक चीन लगातार दो सालों तक दुनिया का सबसे बड़ा निर्यातक और दूसरा सबसे बड़ा आयातक रहा।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक चीन के विदेश व्यापार (आयात और निर्यात) में हाल के दिनों में काफी अधिक वृद्धि हुई और औसतन 16.8 फीसदी सलाना की गति से बढ़ते हुए यह 1978 के स्तर से 144 गुणा बढ़कर आज 2,970 अरब डॉलर तक पहुंच गया।

चीन के व्यापारिक साझेदारों की संख्या लगातार बढ़ती रही और धीरे-धीरे इसका आयात और निर्यात बाजार काफी बड़े कारोबारी क्षेत्रों में फैल गया।

श्वेत-पत्र में कहा गया कि चीन के विदेशी व्यापार से देश के आधुनिकीकरण में तो तेजी आई ही साथ ही दुनियाभर को इससे फायदा हुआ, क्योंकि देश में निवेश करने से कई बहुराष्ट्रीय कम्पनियों का काफी तेज विकास हुआ।

श्वेत-पत्र में कहा गया कि चीन ने पिछले दशक में कई प्रकार के आर्थिक सुधार किए और विश्व व्यापार संगठन के साथ अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा किया। इसके तहत उदारीकरण, विदेशी व्यापार में विभिन्न प्रकार की बाधाएं दूर करने और सुधार की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने जैसे कदम शामिल हैं।

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