लास एंजेलिस ।। अमेरिका के नेवेडा नियंत्रण केंद्र पर एक जिद्दी कम्प्यूटर वायरस ने हमला कर दिया है। यहां से अफगानिस्तान व अन्य युद्ध क्षेत्रों में मिशन के लिए अमेरिकी सैन्य ड्रोन विमान भेजे जाते हैं।

अमेरिकी प्रीडेटर व रीपर ड्रोन्स के कॉकपिट में वायरस का संक्रमण हो गया। इससे पायलटों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।

‘वायर्ड’ पत्रिका के मुताबिक दो सप्ताह पहले इस वायरस का पता चला था। सेना के होस्ट-बेस्ड सिक्यूरिटी सिस्टम से यह पता चला। उस समय नेवेडा स्थित क्रीच वायु सेना ठिकाने से पायलटों को उनके मिशन के लिए उड़ान भरने से नहीं रोका जा सकता था। वैसे इस वायरस को हटाना काफी मुश्किल साबित हुआ।

पत्रिका ने एक सूत्र के हवाले से बताया है, “हम इसे हटा रहे थे और यह बार-बार वापस आ रहा था। हमें लगा था कि इसे दूर किया जा सकता है लेकिन ऐसा नहीं था।”

वायरस की चपेट में सभी मशीनें आ गई थीं लेकिन इससे ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है।

अमेरिका निगरानी व शत्रु के ठिकानों पर हमले के लिए मानवरहित यानों का इस्तेमाल करता है। ये विमान खासतौर पर अफगानिस्तान, पाकिस्तान और यमण के दूरस्थ व पहाड़ी इलाकों में इस्तेमाल किए जाते हैं। प्रभावित अमेरिकी ड्रोनों का अनवर अल-अव्लाकी व अन्य अलकायदा आतंकवादियों के खात्मे में इस्तेमाल किया गया था।

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