लंदन ।। ब्रिटेन की दो-तिहाई आबादी को डर है कि उनका देश एक और मंदी की ओर आगे बढ़ रहा है। यूरोप के दूसरे सबसे बदहाल देश के रूप में ब्रिटेन का नाम आने के बाद हुए एक सर्वेक्षण में यह खुलासा हुआ है। 

समाचार पत्र ‘डेली मेल’ के मुताबिक 85 प्रतिशत लोगों का मानना है कि यूरोजोन संकट ने ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को संकट में डाल दिया है। एक नई रपट में कहा गया है कि ब्रिटेन की आर्थिक मंदी हाल ही में यहां हुई उथल-पुथल का परिणाम है।

एक बाजार सर्वेक्षण एजेंसी कॉमरीस द्वारा कराए गए सर्वेक्षण के मुताबिक ब्रिटेन के आधे से अधिक लोगों (59 प्रतिशत) ने एक और मंदी की आशंका के कारण अपने खर्च में कटौती की है।

करीब दो-तिहाई लोगों ने स्वीकार किया है कि उन्हें डर है कि उनको व उनके परिवार को एक और मंदी का सामना करना पड़ सकता है जबकि केवल 13 प्रतिशत ही ऐसा मानते हैं कि उन्हें मंदी से प्रभावित होने की आशंका नहीं है।

प्रत्येक पांच में से एक से भी कम ब्रिटिश (18 प्रतिशत) का मानना है कि ब्रिटेन को यूरोजोन के वित्तीय संकट से निपटने में मदद के लिए और पैसे की मदद देनी चाहिए। यदि ऐसा होगा तो मंदी को टाला जा सकता है।

करीब 2,000 लोगों पर हुए इस सर्वेक्षण में 77 प्रतिशत लोगों का मानना है कि ब्रिटेन का यूरोजोन से दूर रहना सही था। इतने ही लोगों का मानना है कि यूरोजोन कर्ज संकट से निपटने में यूरोप के राजनेताओं का प्रबंधन बहुत खराब रहा है।

थिंक-टैंक डेमोस की ‘गुड ग्रोथ’ रपट में ब्रिटेन को यूरोप के बदहाल देशों में से एक बताया गया है।

Rate this post

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here