ढाका ।। बंगाल की खाड़ी और सुंदरवन में समुद्री लूट को रोकने के उद्देश्य से बांग्लादेश जल्द ही स्थानीय मछुआरों को पहचान पत्र जारी करेगा।

समाचार पत्र ‘डेली स्टार’ के मुताबिक बागेरहाट जिला प्रशासन जब तक पहचान पत्र जारी नहीं करेगा, तब तक किसी भी मछुआरे को तटीय क्षेत्रों में मछली पकड़ने की अनुमति नहीं होगी।

मछुआरों और समुद्री लुटेरों की पहचान के मकसद से जिला कानून और व्यवस्था समिति ने यह फैसला लिया है।

जिले के पुलिस उपायुक्त महोम्मद अकरम हुसैन ने बताया, “मत्सय नौका मालिकों (ट्रॉलर ऑनर) और मछुआरा संगठनों से प्रमाण पत्र मिलने के बाद ही मछुआरों को पहचान पत्र उपलब्ध कराया जाएगा।”

मोंगला तटरक्षक के अधिकारी लफ्टिनेंट हसनउजामन ने कहा कि सुंदरवन और बंगला की खाड़ी में कार्रवाई के दौरान तटरक्षक अक्सर समुद्री लुटेरों को नहीं पहचान पाते।

उन्होंने बताया की कई बार समुद्री लुटेरे मछुआरों की पोशाक में खाड़ी से गुजर रही मत्सय नौकाओं को लूट लेते है और फिरौती के लिए मछुआरों का अपहरण भी कर लेते हैं।

जिले में करीब 20 लाख लोग अपनी आजीविका के लिए मछली पकड़ने के व्यव्साय पर निर्भर हैं।

सितम्बर में समुद्री लुटेरों ने कम से कम 50 जालदार जहाजों पर हमला कर मछली और जाल लूट लिए और 100 से अधिक मछुआरों का फिरौती के मकसद से अपहरण कर लिया।

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