पेरिस ।। फ्रांस में दो मुस्लिम महिलाओं हिंद अहमास और नजाइत अली को सार्वजनिक जगहों पर बुर्का पहनने के लिए पहली बार सजा सुनाई गई है। दोनों महिलाओं को फ्रांस के बुर्का कानून का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया है।

गौरतलब है कि इसी साल अप्रैल में फ्रांस में एक कानून बनाकर सार्वजनिक जगहों पर पूरे चेहरे को ढके हुए बुर्के को पहनने पर पाबंदी लगा दी गई थी। दोषी महिलाओं को मई के महीने में पूर्वी पेरिस में मियोक्स टाउन हॉल के बाहर बुर्का पहने हुए पाया गया था।

नए कानून बनने के बाद से फ्रांस की पुलिस ने अब तक कुल 91 महिलाओं को सार्वजनिक जगहों पर बुर्का पहनने के लिए पकड़ा है, लेकिन हिंद अहमास और नजाइत अली पहली महिला हैं, जिन पर जुर्माना लगाया गया है।

हिंद और नजाइत ने कहा है कि वे इस अदालती फैसले को चुनौती देगीं और जरूरत पड़ने पर मानवाधिकार के यूरोपीय अदालत तक जाएंगी।

उधर, इस घटना के बाद 32 साल की तलाकशुदा हिंद अहमास फ्रांस में सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की चहेती हो गई हैं, जिनका कहना है कि बुर्का पहनना निजी पसंद है और यूरोपीय कानून उन्हें इसकी इजाजत देता है।

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