इस्लामाबाद ।। किस्तानी सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर खुफिया एजेंसी, इंटर-सर्विसिज इंटेलिजेंस(आईएसआई) के प्रमुख जनरल अहमद शुजा पाशा को बर्खास्त किए जाने की मांग की गई है। 

समाचार पत्र ‘डॉन’ द्वारा जारी रपट के अनुसार, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ पाकिस्तान के अध्यक्ष जमील अहमद ने सोमवार को आईएसआई प्रमुख को तत्काल हटाने की मांग की। 

याचिका में विदेशी मीडिया में प्रकाशित लेखों का जिक्र किया गया है, जिनमें कहा गया है कि जनरल पाशा ने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को हटाने के लिए अरब दुनिया से कथितरूप से मंजूरी ली थी। 

अहमद के हवाले से याचिका में कहा गया है, “आज की तारीख तक इन अरोपों का खण्डन न तो आईएसआई डीजी ने किया है और न इंटर सर्विसिज जन सम्पर्क (आईएसपीआर) ने ही।”

अहमद ने एक अंतरिम आदेश की मांग की है, जिसके तहत न्यायालय सरकार को निर्देश दे कि याचिका पर अंतिम निर्णय लिए जाने तक आईएसआई प्रमुख को निलम्बित कर दिया जाए। 

अहमद ने सवाल किया है, “मंसूर एजाज ने गुप्त संदेश के बारे में जो कुछ कहा है, यदि वह सच है, तो फिर आईएसआई प्रमुख के सम्बंध में उनकी राय सच क्यों नहीं, जिसमें उन्होंने कहा है कि राष्ट्रपति को हटाने के लिए आईएसआई प्रमुख ने अरब दुनिया से अनुमति ली थी।”

अहमद ने कहा, “यह खतरनाक है और इससे आईएसआई प्रमुख की संलिप्तता जाहिर होती है।”ज्ञात हो कि पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी व्यापारी मंसूर एजाज ने अमेरिका भेजे गए एक गुप्त संदेश का खुलासा किया था, जिसमें राष्ट्रपति जरदारी ने दो मई को एबटाबाद में अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद सैन्य तख्तापलट की आशंका जाहिर की थी और अमेरिका से मदद मांगी थी। इस खुलासे के बाद अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत हुसैन हक्कानी को इस्तीफा देना पड़ा था। 

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