नई दिल्ली ।। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह प्रीटोरिया में 18 अक्टूबर को प्रस्तावित भारत-ब्राजील-दक्षिण अफ्रीका (इब्सा) की शिखर बैठक में हिस्सा लेने के लिए सोमवार सुबह दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना होंगे और वह इब्सा के 5वें शिखर सम्मेलन में मंगलवार को अपना बयान देंगे।

यात्रा से पहले रविवार को जारी एक बयान में उन्होंने कहा, “इब्सा के 5वें शिखर सम्मेलन में शिरकत करने के लिए मैं दक्षिण अफ्रीका के लिए कल रवाना होउंगा। राष्ट्रपति जैकब जुमा प्रीटोरिया में 18 अक्टूबर को इस शिखर बैठक की मेजबानी कर रहे हैं।”

उम्मीद है कि शिखर सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इब्सा देशों के बीच सहयोग, टिकाऊ विकास और इस वर्ष के बाद दक्षिण अफ्रीका द्वारा आयोजित किए जाने वाले युनाइटेट नेशंस फ्रेमवर्क कन्वेंशन आन क्लाइमेट चेंज (यूएनएफसीसीसी) और क्योटो प्रोटोकाल के अधीन शासी निकायों (कन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज) की प्रस्तावित बैठकों पर मुख्य रूप से विचार किया जाएगा।

शिखर सम्मेलन में ब्राजील द्वारा वर्ष 2012 में आयोजित किए जाने वाले रियो+20 सम्मेलन और इब्सा देशों के बीच सहयोग बढ़ाने से सम्बंधित अन्य मुद्दों पर बातचीत होगी।

उन्होंने कहा कि ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के नेतृत्व के साथ वैश्विक सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, जलवायु परिवर्तन और संयुक्त राष्ट्र सुधार सहित कई मुद्दों पर वार्ता होगी।

प्रधानमंत्री ने कहा, “खास कर, तीन बड़े विकासशील लोकतंत्र के विचार-ब्राजील, भारत और दक्षिण अफ्रीका-एक अत्यंत जटिल वैश्विक माहौल में मिलकर काम कर रहे हैं और हमारे लोगों ने इसका व्यापक स्वागत किया है।”

उन्होंने कहा, “यह एक सुखद इत्तेफाक है कि वर्ष 2011 में भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य हैं। हमने सुरक्षा परिषद में चर्चा के दौरान मुद्दों पर अपने रवैये को लेकर महत्वपूर्ण एकजुटता एवं सहयोग का परिचय दिया है।”

उन्होंने कहा, “प्रीटोरिया यात्रा के दौरान मैं दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा और ब्राजील की राष्ट्रपति डिल्मा रोसेफ के साथ द्विपक्षीय बैठकों को लेकर आशान्वित हूं।”

प्रधानमंत्री के साथ जाने वाले शिष्टमंडल में विदेश मंत्री एस.एम. कृष्णा, वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन, और प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव पुलक चटर्जी शामिल होंगे।

उल्लेखनीय है कि इब्सा मंच का गठन जून 2003 में उस समय किया गया था, जब तीनों देशों के विदेश मंत्री ब्रासीलिया में मिले थे। तीनों देशों ने आर्थिक, रक्षा और सामाजिक मामलों में आपसी हित के मुद्दों पर नियमित संवाद और परामर्श के लिए एक मंच गठित करने पर सहमति जताई थी।

वर्ष 2006 में इस मंच को शिखर बैठक स्तर पर ले जाया गया। तब से लेकर अब तक चार शिखर बैठकें हो चुकी हैं।

Rate this post

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here