नई दिल्ली ।। भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने अपने द्विपक्षीय सम्बंधों को मजबूती देते हुए बुधवार को दो समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इनमें से एक सभी प्रकार के आतंकवाद और संगठित अपराध से निपटने का समझौता है।
दूसरा समझौता सजायाफ्ता कैदियों को उनके देश सौंपे जाने और वहां उनके पुनर्वास से सम्बंधित है, ताकि वे अपनी बाकी जिंदगी अपने देश में बिता सकें। समझौते पर केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम और यूएई के उनके समकक्ष लेफ्टिनेंट जनरल शेख सैफ बिन जायेद अल नाहयान ने हस्ताक्षर किए। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सम्बंधों के मुद्दों और सुरक्षा पर आपसी सहयोग को लेकर भी चर्चा की।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि सुरक्षा सहयोग पर समझौते में आतंकवाद के सभी स्वरूपों से निपटने में आपसी सहयोग बढ़ाने पर बल दिया गया है। समझौते में संगठित आपराधिक समूहों से निपटने के साथ-साथ नशीले पदार्थो, हथियारों, गोला-बारूद, विस्फोटकों की तस्करी पर रोक लगाने के लिए पुलिस कर्मियों केप्रशिक्षण की बात भी शामिल है।