लंदन ।। तेहरान से वापस बुलाए गए ब्रिटिश राजदूत डोमिनिक चिलकोट ने ईरानी सरकार पर मंगलवार को वहां के छात्रों द्वारा ब्रिटिश दूतावास परिसर में किए गए हमले का समर्थन करने का आरोप लगाया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक चिलकोट ने शुक्रवार को कहा, “इस तरह के कृत्य को केवल सरकार की सहमति और सहयोग से ही अंजाम दिया जा सकता है।”
ब्रिटिश दूतावास पर हमले के बाद चिलकोट ने ईरान छोड़ दिया था।
इससे दो दिन पहले ही ईरानी संसद ने एक विधेयक को मंजूरी दी थी, जिसके अनुसार ब्रिटिश राजदूत के निष्कासित करने के लिए सरकार को दो सप्ताह का समय दिया गया था। चिलकोट ने कहा कि इसे देखते हुए यह स्पष्ट है कि दूतावास पर हमला सरकार समर्थित था।
दूतावास पर हमले के बाद ब्रिटिश विदेश मंत्री विलियम हेग ने बुधवार को वहां त्वरित रूप से दूतावास बंद करने का आदेश दिया था और सभी ईरानी राजनयिकों से 48 घंटे के अंदर ब्रिटेन छोड़ देने के लिए कहा था।