मास्को ।। लीबिया के पूर्व शासक मुअम्मार गद्दाफी के शासनकाल के दौरान वहां जमा किए गए हथियारों के जखीरों को जब्त करने के लिए रूस संयुक्त राष्ट्र में एक प्रस्ताव पेश करने की योजना बना रहा है। यह जानकारी संयुक्त राष्ट्र में रूस के दूत वितानी चर्किन ने दी है।

समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के अनुसार, चर्किन ने शुक्रवार को ब्रसेल्स में कहा, “यह एक अलग परियोजना है, जिस पर हम काम कर रहे हैं, और हम इसे अगले सप्ताह मंजूरी देना चाहते हैं।”

रूस इस तथ्य से चिंतित है कि लीबिया में संघर्ष के दौरान कंधे पर रखकर दागी जाने वाली मिसाइलों सहित बड़ी मात्रा में हथियारों को लुटने के लिए छोड़ दिया गया और ये हथियार लीबियाई सीमा के बाहर तक पहुंच गए हैं।

चर्किन ने कहा कि प्रस्ताव का मसौदा सोमवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पेश किया जा सकता है।

लबिया में फरवरी में शुरु हुई अशांति के समय से ही इस बात की आशंका रही है कि आतंकवादी वहां के शस्त्रागारों में पड़ी कंधे से छोड़ी जाने वाली 20,000 मिसाइलों को हासिल कर सकते हैं।

रूस, सोवियत संघ के समय से लेकर फरवरी में शुरू हुए गद्दाफी विरोधी संघर्ष तक लीबिया को हथियारों का पारम्परिक आपूर्तिकर्ता रहा है।

ज्ञात हो कि राष्ट्रीय अंतरिम परिषद (एनटीसी) के सैनिकों ने, लीबिया पर पिछले 42 साल से शासन कर रहे मुअम्मार गद्दाफी को गुरुवार को पकड़ लिया था और उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी।

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