ब्रसेल्स ।। उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) ने सोमवार को एक बयान जारी कर लीबिया में पिछले सात महीने से चले आ रहे अपने अभियान की समाप्ति की घोषणा की। नाटो अभियान सोमवार आधी रात से समाप्त हो गया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक नाटो ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा, “लीबिया में आधी रात के समय नाटो के एयरबोर्न अर्ली वार्निग एंड कंट्रोल एयरबोर्न विमान (एडब्ल्यूएसीएस) अपनी अंतिम उड़ान भरेगा। इसके साथ ही नाटो के अभियान का एक ऐतिहासिक अध्याय समाप्त हो गया।”
बयान में कहा गया है कि एक नवम्बर 2011 से नाटो एडब्ल्यूएसीएस के सभी विमान जर्मनी स्थित गेलेनकिर्चेन स्थित अपने अड्डे पर उतरेंगे। बाकी विमान, जहाज और पनडुब्बियां भी अपने घर वापस लौट जाएंगी।
नाटो ने लीबिया में अपने अभियान की शुरुआत 31 मार्च को की थी। इस दौरान नाटो दौरान लीबिया में नो-फ्लाई जोन घोषित किया गया। विमानों ने 26,500 बार उड़ान भरी और इस दौरान 9,700 हमले किए गए। इन हवाई हमलों में 5,900 सैन्य ठिकानों को नेस्तोनाबूद किया गया।
इस बीच नाटो के महासचिव आंद्रेस रॉसमुसेन ने सोमवार को अचानक ही त्रिपोली की यात्रा की थी और कहा था कि यदि आवश्यकता पड़ी तो गठबंधन सेनाएं लीबिया नागरिकों की सुरक्षा और रक्षा सुधारों के क्षेत्र में अहम भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।