ब्रसेल्स ।। द हेग में अदालत ने तमिल विद्रोही संगठन लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) को आर्थिक मदद पहुंचाने वाले पांच जातीय तमिलों को छह साल के कारावास की सजा सुनाई है।
नीदरलैंड रेडियो के मुताबिक डच नागरिकता प्राप्त पांचों लोग नीदरलैंड में रहने वाले प्रवासी श्रीलंकाई लोगों से लिट्टे के लिए जबरन वसूली करते थे।
समाचार एजेंसी इयूएशियाा न्यूज के मुताबिक पांचों पर अंतर्राष्ट्रीय अपराध और आतंकी संगठन के साथ मिलकर आगजनी, बम विस्फोट और हत्या जैसी घटनाओं को अंजाम देने का आरोप था। अभियोजन पक्ष ने अदालत से पांचों को 20 साल से ज्यादा के कारावास की सजा दिए जाने की मांग की थी।
गौरतलब है कि लगभग तीन दशकों तक लिट्टे की कमान सम्भालने वाले वी. प्रभाकरण की साल 2009 में श्रीलंकाई सेना के हाथों संगठन की हार के बाद मौत हो गई थी।