नई दिल्ली ।। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी को ‘शांति पुरुष’ बताने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की आलोचना करते हुए कहा कि मालदीव में दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच हुई बैठक ‘शर्म-अल-शेख की तरह दुर्भाग्यपूर्ण’ है।

पूर्व विदेश मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने एक टेलीविजन चैनल से कहा, “प्रधानमंत्री का यह बयान कि गिलानी एक शांति पुरष हैं, हास्यास्पद है।”

दक्षिण एशियाई सहयोग संगठन (दक्षेस) के शिखर सम्मेलन के इतर गिलानी के साथ हुई बैठक के बाद प्रधानमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सिन्हा ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच मुख्य मुद्दा सीमा पार से चलने वाला आतंकवाद है।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने ऐसा कुछ भी नहीं किया है जिससे यह लगे कि वह आतंकवाद रोकने के लिए गम्भीर है।

सिन्हा ने कहा कि मनमोहन सिंह ने गिलानी को शांति पुरुष बताकर ‘गलती’ की है। उन्होंने कहा कि 26/11 मुम्बई आतंकवादी हमले के दोषियों को सजा दिलाने के लिए पड़ोसी देश ने कुछ भी नहीं किया है।

उन्होंने कहा कि पूरा विश्व कहता आया है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के इशारे पर काबुल स्थित भारतीय दूतावास पर हमला हुआ था लेकिन प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के साथ बातचीत जारी रखा और उसे प्रमाणपत्र दे रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि मालदीव के अद्दू अतोल में चल रहे दक्षेस के 17वें शिखर सम्मेलन से इतर दोनों प्रधानमंत्रियों ने बैठक की।

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