वाशिंगटन ।। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने चेक गणराज्य के पूर्व राष्ट्रपति वास्लाव हैवेल के निधन पर शोक जताया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, ओबामा ने एक बयान में कहा, “वास्लाव के निधन की खबर सुनकर मुझे गहरा दुख हुआ है। वह नाटककार थे, जो चेकोस्लोवाकिया और फिर चेक गणराज्य के राष्ट्रपति बने।”

चेक न्यूज एजेंसी ने हैवेल के सचिव के हवाले से कहा है कि नाटककार, निबंधकार और कवि हैवेल का लम्बी बीमारी के बाद 75 वर्ष की अवस्था में निधन हो गया। उनका निधन हराडेक स्थित उनके घर में सोते समय हुआ। 

राष्ट्रपति ओबामा ने कहा है, “उनके शांतिपूर्ण प्रतिरोध ने एक साम्राज्य की नींव हिला दी, उन्होंने एक दमनकारी विचारधारा के खोखलेपन को बेनकाब किया और साबित कर दिया कि नैतिक हथियार किसी भी अन्य हथियार से अधिक ताकतवर होता है।”

ओबामा ने 1989 की तथाकथित वेल्वेट रिवल्यूशन (मखमली क्रांति) में हैवेल की मौलिक भूमिका की भी प्रशंसा की, जिसके चलते उनके लोगों ने अपनी आजादी हासिल की और उस आंदोलन ने दुनिया के सभी हिस्सों में आत्मनिर्णय और सम्मान के अधिकार के लिए पीढ़ियों को प्रेरित किया। 

हैवेल, दिसम्बर 1989 में चेकोस्लोवाकिया के राष्ट्रपति बने थे और चेकोस्लोवाकिया के चेक गणराज्य और स्लोवाकिया में विभाजित हो जाने के बाद 1993 से चेक गणराज्य के राष्ट्रपति के रूप में अपनी सेवाएं दी। उन्होंने 2003 तक चेक गणराज्य का नेतृत्व किया।

हैवेल ने 20 से अधिक नाटकों और कई कथेतर साहित्य की रचना की, जिनका अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अनुवाद हुआ। उन्हें यूएस प्रेसीडेंसियल मेडल ऑफ फ्रीडम, फिलैडेल्फिया लाइब्रेरी मेडल, आर्डर ऑफ कनाडा, एम्बेस्डर ऑफ कांशिएंस अवार्ड और कई अन्य सम्मान प्राप्त हुए थे।

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