इस्लामाबाद ।। पाकिस्तान भारत को सर्वाधिक तरजीह वाले देश का दर्जा देने के लिए सैद्धांतिक रूप से राजी हो गया है। पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने यह जानकारी नेशनल असेम्बली में दी।

‘एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान’ के अनुसार, प्रश्नकाल के दौरान खार ने कहा कि भारत के साथ शांति वार्ता दो साल के अंतराल के बाद शुरू हुई। “हमारी प्राथमिकता भारत के साथ निर्बाध वार्ता सुनिश्चित करना है, ताकि कश्मीर जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे का समाधान हो सके।”

उन्होंने कहा, “हमने भारत के साथ सम्बंधों में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। व्यापार के क्षेत्र में हमने उपलब्धि हासिल की है। इतिहास में पहली बार भारत के विदेश मंत्री ने न्यूयार्क में पाकिस्तानी विदेश मंत्री की ओर से आयोजित समारोह में शिरकत की।”

खार ने कहा, “मैंने जम्मू एवं कश्मीर के मुद्दे को अपने भारतीय समकक्ष के समक्ष नई दिल्ली में इस साल जुलाई में मंत्री स्तर की वार्ता के दौरान उठाया था। मंत्री स्तरीय वार्ता के बाद संयुक्त बयान में भी जम्मू एवं कश्मीर के शांतिपूर्ण समाधान के लिए वार्ता जारी रखने की आवश्यकता बताई गई।”

पाकिस्तान द्वारा भारत को सर्वाधिक तरजीह वाले देश का दर्जा देने के बाद दोनों देशों के बीच व्यापारिक सम्बंध और मजबूत हो सकते हैं। इस वक्त पाकिस्तान का भारत को निर्यात 30 करोड़ डॉलर का है, जबकि भारत से आयात 1.5 अरब डॉलर का है।

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