दुबई/इस्लामाबाद/वाशिंगटन ।। अमेरिका की एक पत्रिका ने बुधवार को दावा किया कि इलाज के लिए दुबई गए पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की बुधवार को एंजियोप्लास्टी हो सकती है और खराब स्वास्थ्य के कारण वह इस्तीफा दे सकते हैं।

दूसरी ओर उनके प्रवक्ता ने उनके इस्तीफे से जुड़ी खबरों का खंडन किया है। ‘डॉन न्यूज’ के अनुसार अमेरिकी ‘फॉरेन पॉलिसी’ पत्रिका की वेबसाइट पर अमेरिका के एक पूर्व अधिकारी के हवाले से दावा किया गया है कि अमेरिका को सूचित किया गया है कि जरदारी को सोमवार रात को मामूली दिल का दौरा पड़ा था और उन्हें एयर एम्बुलेंस के माध्यम से दुबई ले जाया गया है। 

उधर ‘बीबीसी डॉट को डॉट यूके’ के अनुसार राष्ट्रपति के प्रवक्ता ने इस्तीफे की खबरों को गलत बताते हुए दावा किया है कि जरदारी तय योजना के मुताबिक चिकित्सकीय जांच कराने दुबई गए हैं।

उधर, अमेरिकी पूर्व अधिकारी ने कहा है कि जब राष्ट्रपति बराक ओबामा ने जरदारी से 26 नवम्बर के उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के हमले के सम्बंध में बात की थी, तो उस समय भी पाकिस्तानी राष्ट्रपति कुछ दुविधा में थे। नाटो के हमले में 24 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे। 

जरदारी ने अमेरिका भेजे गए गुप्त संदेश को लेकर पैदा हुए विवाद पर पाकिस्तानी संसद के संयुक्त सत्र को सम्बोधित करने की योजना बनाई थी। संदेश में कहा गया था कि अमेरिकी कमांडो कार्रवाई में अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन को दो मई को मारे जाने के बाद जरदारी को सैन्य तख्ता पलट की आशंका थी।

जरदारी, इस संदेश के खुलासे के बाद से भारी दबाव में हैं। पूर्व अधिकारी के हवाले से कहा गया है, “फंदा कसता जा रहा था-निकट भविष्य में ऐसा होना तय है।”

अमेरिकी पत्रिका की रपट में यह भी कहा गया है कि विदेशों में तैनात पाकिस्तानी राजदूतों को स्वदेश बुलाया जा रहा है जो यह बात का संकेत हो सकता है कि जरदारी इस्तीफा देने वाले हैं।

इस बीच एक रपट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तानी सेना के चिकित्सकों द्वारा पूरी तरह स्वस्थ घोषित किए जाने के बावजूद जरदारी इलाज के लिए दुबई रवाना हुए हैं। समाचार पत्र ‘न्यूज इंटरनेशनल’ ने कहा है कि ‘आर्म्ड फोर्सेज इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी’ (एएफआईसी) के चिकित्सकों ने जांच के बाद जरदारी को पूरी तरह स्वस्थ पाया था।

राष्ट्रपति के प्रवक्ता फरहतुल्ला बाबर ने हालांकि इस बात से इंकार किया है कि एएफआईसी में जरदारी की कोई चिकित्सकीय जांच हुई थी। बाबर ने कहा है कि जरदारी दिनभर अपने कार्यालय के कामों में व्यस्त थे। 

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