संयुक्त राष्ट्र ।। पाकिस्तान कांटे की टक्कर के बाद शुक्रवार दो-तिहाई बहुमत हासिल कर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पहुंच गया। 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान का कार्यकाल दो वर्षो के लिए होगा।
समझा जाता है कि भारत ने पाकिस्तान के पक्ष में वोट दिया है, क्योंकि कश्मीर को छोड़कर कई अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर उनके रुख समान हैं। भारत अस्थायी सदस्य के रूप में 2011-2012 के कार्यकाल के लिए पहले से सुरक्षा परिषद में है।
पाकिस्तान शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में 193 के मुकाबले 129 वोट हासिल कर परिषद में पहुंचने में सफल हुआ। पाकिस्तान का कार्यकाल पहली जनवरी से शुरू होगा, जबकि भारत का कार्यकाल 31 दिसम्बर, 2012 को समाप्त हो जाएगा।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी उपप्रतिनिधि मंजीव सिंह पुरी ने मतदान के बाद पाकिस्तानी राजदूत अब्दुल्ला हुसैन हारून को गले लगाया और कहा कि वह पाकिस्तान के निर्वाचन का गर्मजोशी से स्वागत करते हैं। पुरी ने कहा, “भारत और पाकिस्तान कई वैश्विक मुद्दों पर समान राय रखते हैं, और हम पाकिस्तान के साथ काम करने को उत्सुक हैं।”
एशिया-प्रशांत में पाकिस्तान के प्रमुख प्रतिद्वंद्वी किर्गिस्तान को मात्र 55 वोट प्राप्त हुए। इस तरह पाकिस्तान सातवीं बार सुरक्षा परिषद में पहुंचा है और चार बार उसका कार्यकाल भारत के साथ पड़ा है। भारत ने सुरक्षा परिषद में अपना मौजूदा दो वर्षीय कार्यकाल 187 वोटों के साथ हासिल किया था।
पाकिस्तान के राजदूत अब्दुल्ला हुसैन हारून ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वह अपने भारतीय समकक्ष के साथ काम करने को उत्सुक हैं। उनके पत्रकारों से बातचीत के करने दौरान ही भारतीय राजदूत हरदीप पुरी ने उन्हें फोन पर बधाई दी।