इस्लामाबाद ।। पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्री रहमान मलिक ने कहा कि सरकार पाकिस्तानी तालिबान से तब तक बातचीत नहीं करेगी, जब तक वे आत्मसमर्पण नहीं कर देते। उन्होंने तालिबान को कई आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार ठहराया।

मलिक ने उन समाचारों का खंडन किया, जिसमें सरकार और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के साथ वार्ता की बात कही गई है। उन्होंने कहा, “मैंने बाजौर में सभी पक्षों से बातचीत की है, जिन्होंने इस बात की पुष्टि की है कि उनके साथ वार्ता नहीं की जा रही है।”

‘एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान’ के अनुसार, पाकिस्तानी तालिबान के वरिष्ठ नेता मौलवी फकीर मोहम्मद ने सरकार के साथ वार्ता का दावा किया था, लेकिन रविवार को दो अन्य वरिष्ठ कमांडरों ने उनके दावे का खंडन किया।

इस पर मलिक ने कहा कि यदि मौलवी फकीर सरकार के साथ बातचीत करना चाहते हैं तो उन्हें हथियार छोड़कर आत्मसमर्पण करना चाहिए। उसके बाद ही बातचीत की सम्भावना बनेगी।

उन्होंने इस खबर का भी खंडन किया कि कुछ तालिबान आतंकवादियों को सरकार ने रिहा किया है। उन्होंने मौलवी फकीर पर अफवाह फैलाने का आरोप लगाया।

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