काबुल ।। अफगानिस्तान के काबुल में अमेरिकी दूतावास के पास तालिबान ने एक बड़ा फिदायीन हमला किया है। दूतावास के पास एक के बाद एक 5 ब्लास्ट हुए हैं।
धमाकों के बाद भारी गोलीबारी भी की गई है। कहा जा रहा है कि हमलावार एक इमारत में घुस गए हैं और सुरक्षाकर्मियों पर गोलियां चला रहे हैं।
हमले के तुरंत बाद तालिबान ने इसकी जिम्मेदारी ली है। तालिबान के मुताबिक, दूतावास वाले इस इलाके में मौजूद मंत्रालय और ऑफिस उनके निशाने पर हैं।
पुलिस के मुताबिक, आतंकी दूतावास की तरफ रॉकेटों से हमला कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि ये तालिबानी हमलावर एक-47 राइफलों से लैस हैं और उन्होंने सूइसाइट बेल्ट भी पहन रखी है। बंदूकधारियों का एक समूह अमेरिकी दूतावास के पास बन रही एक इमारत से वजीर अकबर खान इलाके में गोलीबारी कर रहा है। इस इलाके में कई देशों के दूतावास हैं। अफगानिस्तान में मौजूद नाटो का कार्यालय भी इसी इलाके में है।
अफगान पुलिस ने इस हमले के बाद अमेरिकी दूतावास की ओर जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया है। मिल रही सूचना के अनुसार हमले में अब तक 6 लोग घायल हुए हैं। उधर, भारतीय दूतावास ने कहा कि इस हमले में सभी भारतीय सुरक्षित हैं।
समाचार एजेंसी ‘सिन्हुआ’ के अनुसार, एक अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा, “घटना चार राही अब्दुल हक क्षेत्र में हुई, जो अमेरिकी दूतावास और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के नेतृत्व वाले आईएसएएफ मुख्यालय के पास है।”
हमलावरों ने एक बड़ी इमारत को अपने कब्जे में ले लिया है और अमेरिकी दूतावास को निशाना बना रहे हैं।
वीडियो फुटेज में एक घायल व्यक्ति की मदद करते हुए दिखाया गया है। उसके हाथ से खून निकल रहा था। सुरक्षा बलों ने अमेरिकी दूतावास की ओर जाने वाली सड़कों पर मोर्चा सम्भाल लिया है।
पहला विस्फोट दोपहर 1.30 बजे के आसपास हुआ, जिसके तुरंत बाद गोलीबारी शुरू हो गई। ‘बीबीसी’ के अनुसार, बड़ी संख्या में आत्मघाती हमलावरों के होने के कारण यह एक जटिल अभियान जान पड़ता है।