वाशिंगटन ।। पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादियों की सुरक्षित पनाहगाहों को सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा बताते हुए अमेरिका ने कहा है कि अफगानिस्तान में भारत के सीमित प्रभाव वाली अपने मनमाफिक सरकार स्थापित करने के लिए पाकिस्तान वहां आतंकवाद को बर्दाश्त करना और भड़काना जारी रखे हुए है।

शुक्रवार को पेंटागन द्वारा जारी अफगान युद्ध के ताजा मूल्यांकन में कहा गया है, “पाकिस्तान कुल मिलाकर अफगानिस्तान में एक ऐसी सरकार के लिए कोशिश करना जारी रखे हुए है, जो उसके अनुकूल हो और उसपर भारत का प्रभाव सीमित हो। इसके साथ ही पाकिस्तान एक ऐसे राजनीतिक समाधान की कोशिश भी करता रहेगा जो पाकिस्तान समर्थक सत्ता के पख्तून दलालों को प्रांतीय और राष्ट्रीय सरकारों में शामिल होने में सक्षम बनाए।”

रपट के अनुसार, “इन व्यापक लक्ष्यों के अलावा अफगानिस्तान के लिए पाकिस्तान की योजना लगातार विकसित होना जारी है और कुछ वरिष्ठ पाकिस्तानी अधिकारी यह सवाल कर सकते हैं कि क्या अफगानिस्तान में उनके अनुकूल परिणाम सम्भव है।”

मूल्यांकन में कहा गया है, “इस तरह पाकिस्तान, अफगानिस्तान में आतंकवाद खासतौर से हक्कानी नेटवर्क को लगातार बर्दाश्त करना और उसे भड़काना जारी रखे हुए है।” युद्ध प्रगति के बारे में यह रपट साल में दो बार जारी होती है।

रपट में कहा गया है, “पाकिस्तान में आतंकवादियों के सुरक्षित पनाहगाहों के साथ-साथ अफगानिस्तान सरकार की सीमित क्षमता, सुरक्षा उपलब्धियों को एक टिकाऊ व स्थिर अफगानिस्तान में रुपांतरित करने की प्रक्रिया के लिए खतरा बनी रहेगी।”

रपट में कहा गया है, “पाकिस्तान की सुरक्षित पनाहगाहें, खासतौर से हक्कानी नेटवर्क और अन्य तालिबान आतंकवादियों के पनाहगाहों से संचालित हो रही नरसंहार व हमले की घटनाएं अफगानिस्तान में एक टिकाऊ व स्थिर राजनीतिक समाधान के लिए लगातार खतरा बनी हुई है।”

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