संयुक्त राष्ट्र ।। अरब जगत के हिंसाग्रस्त देशों में राष्ट्रीय सुलह के लिए एकीकृत रवैया अपनाने पर जोर देते हुए भारत ने कहा है कि नागरिकों की सुरक्षा का एक मात्र रास्ता सैन्य कार्रवाई नहीं होनी चाहिए, बल्कि इस तरह की स्थितियों से ‘सैन्य एवं पुलिस कार्रवाई’ के बिना ही उचित तरीके से निपटा जाना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र में सोमवार को भारत के स्थायी प्रतिनिधि हरदीप पुरी ने कहा, “नागरिकों की सुरक्षा का एक मात्र रास्ता बल प्रयोग ही नहीं है। इसे अंतिम उपाय के रूप में उस समय इस्तेमाल किया जाना चाहिए जब सारे कूटनीतिक और राजनीतिक प्रयास विफल हो जाएं।”
पुरी ने कहा, “सुरक्षा परिषद को यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि नागरिकों की सुरक्षा की उसकी जिम्मेदारी का अंत एक सैन्य या पुलिस कार्रवाई के साथ नहीं होनी चाहिए।”
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में नागरिकों की सुरक्षा के मसले पर एक बैठक में भाग लेते हुए पुरी ने यह बात कही।
पुरी ने कहा नागरिकों को जीवित रहने के लिए मानवीय साधनों की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा, “नागरिकों की सुरक्षा के लिए और अधिक एकीकृत प्रयास की जरूरत है। इस प्रक्रिया में सैन्य कार्रवाई के अलावा बहुत सारी चीजें भी शामिल होती हैं।”