नई दिल्ली ।। अब इंटरनेट पते के लिए किसी को “डॉट कॉम, डॉट नेट” जैसे डोमेन नामों की सीमा में कैद रहने की जरूरत नहीं होगी। जल्द ही इस तरह के बंधनों से डोमेन यूजर्स को आजादी मिल जाएगी, लेकिन इसके लिए यूजर्स को थोड़े अधिक रूपये खर्च करने होंगे।

इंटरनेट डोमेन नाम का प्रबंधन करने वाली गैर लाभकारी संस्था “इंटरनेट कॉरपोरेशन फॉर एसाइंड नेम्स एंड नम्बर्स” डॉट कॉम, डॉट नेट, डॉट गॉव, डॉट बिज जैसे 22 डोमेन नामों की सीमा समाप्त करने जा रही है और इसकी जगह हजारों डोमेन नामों का रास्ता साफ करेगी।

ऐसा होने पर किसी को भारतीय स्टेट बैंक की वेबसाइट पर जाने के लिए इंटरनेट ब्राउजर पर सिर्फ एसबीआई ही टाइप करना होगा और कुछ भी नहीं।

इस तरह का डोमेन नेम हासिल करने के लिए आवेदन शुल्क की कीमत 1,85,000 डॉलर रखा गया है। आवेदन की यह प्रक्रिया एक जनवरी से शुरू होकर सिर्फ चार महीनों तक चलेगी।

“नेट4इंडिया” के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जसजीत शाहनी ने कहा कि “यह शुल्क काफी अधिक हो सकता है, लेकिन यह आपको एक अलग पहचान देगा।” नेट4इंडिया भारत में डोमेन नाम का पंजीकरण करने वाली कम्पनी है।

उन्होंने कहा कि “अभी फिशिंग करना काफी आसान है। कोई भी आदमी “एसबीआई क्रेडिट कार्ड चेन्नई डॉट कॉम” नाम से वेबसाइट पंजीकरण करवाकर उपभोक्ताओं को धोखा दे सकता है। इसकी जगह यदि एसबीआई का डोमेन नेम सिर्फ एसबीआई हो, तो एसबीआई लिखते ही सिर्फ भारतीय स्टेट बैंक की ही वेबसाइट खुलेगी। इससे ग्राहकों को धोखा देना असंभव हो जाएगा।”

नए डोमेन नेम की तीन श्रेणियां होंगी। कम्पनी का नाम, साधारण श्रेणी के नाम और स्थान वाचक नाम। भारत जैसे किसी देश का नाम सिर्फ वहां की सरकार को ही दिया जाएगा, बशर्ते वह खरीदना चाहे।

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