नई दिल्ली ।। सर्दियों की दस्तक के साथ चटख रंगों और नए डिजाइनों वाले परिधानों की मांग बढ़ गई है। इस बार डिजाइनर्स पोशाकों को ऐसे डिजाइन व रंग देने की कोशिश कर रहे हैं, जो महिलाओं व पुरुषों दोनों पर जंचें।
विशेषज्ञों की मानें तो इस सर्दी में भारतीय-पश्चिमी परिधानों की ज्यादा मांग रहेगी। अपनी रचनाशीलता के लिए मशहूर डिजाइनर निदा महमूद कहती हैं कि इस सर्दी में महिला और पुरुषों के लिए एक जैसे परिधानों का फैशन होगा।
महमूद ने आईएएनएस से कहा, “पुरुषों-महिलाओं के लिए एक जैसे कपड़े और रंगों का चलन है, जो अच्छे भी दिखते हैं। इस मौसम में जैकेट्स, ट्राउजर्स, झालरदार ब्लाउज व बटनयुक्त शर्ट्स ज्यादा पसंद किए जाएंगे। पोशाकों में मेटैलिक रंगों का इस्तेमाल होगा।”
भारतीय बाजार में 40 के दशक के अंतर्राष्ट्रीय फैशन डिजाइंस की भी झलक दिखेगी।
उन्होंने कहा, “40 के दशक की शैली का फैशन एक बार फिर बाजार में होगा। इस सर्दी में अधिक लम्बाई वाले परिधान पसंद किए जाएंगे, पूरी आस्तीनों और जमीन तक लम्बी पोशाकें व स्कर्ट्स चलन में होंगी। इनके साथ कॉलर युक्त बटन वाली शर्ट्स होंगी।”
डिजाइनर जतिन वर्मा कहते हैं कि साल 2011 की सर्दियों में एक प्रकार के ऊन ट्वीड, रेशम व ऑर्गेजा कपड़े ज्यादा पसंद किए जा सकते हैं। इनमें नारंगी, बैंगनी, बरगंडी, नीला व अन्य रंग चलन में होंगे।
डिजाइनर सुनीत कपूर कहते हैं कि इस सर्दी में पुरुषों के लिए मिल्रिटी शैली के कोट, जैकेट व बड़ी जेबों वाले ट्राउजर चलन में होंगे। इसके अलावा कपड़ों पर धारियां व चेक प्रिंट भी पसंद किया जाएगा।